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हैदर अली 'आतिश'
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हैदर अली 'आतिश'

| जन्म | 1777 | 
|---|---|
| निधन | 1847 | 
| जन्म स्थान | फैजाबाद, भारत | 
| कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
| विविध | |
| जीवन परिचय | |
| हैदर अली 'आतिश' / परिचय | |
ग़ज़लें
- आइना सीना-ए-साहब-नज़राँ है कि जो था / हैदर अली 'आतिश'
 - क्या क्या न रंग तेरे तलब-गार ला चुके / हैदर अली 'आतिश'
 - लख़्त-ए-जिगर को क्यूँकर मिज़गान-ए-तर सँभाले / हैदर अली 'आतिश'
 - ना-फ़हमी अपनी पर्दा है दीदार के लिए / हैदर अली 'आतिश'
 - शब-ए-वस्ल थी चाँदनी का समाँ था / हैदर अली 'आतिश'
 - सुन तो सही जहाँ में है तेरा फ़साना क्या / हैदर अली 'आतिश'
 - वही चितवन की ख़ूँ-ख़्वारी जो आगे थी सो अब भी है / हैदर अली 'आतिश'
 - यार को मैं ने मुझे यार ने सोने न दिया / हैदर अली 'आतिश'
 - ये आरजू थी तुझे गल के रू-ब-रू करते / हैदर अली 'आतिश'
 - ये किस रश्क-ए-मसीहा का मकाँ है / हैदर अली 'आतिश'
 
	
	