भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"हम्माद नियाज़ी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
('{{KKGlobal}} {{KKParichay |चित्र=Hammad_Niyaji.jpg |नाम=हम्माद नियाज़ी |उपनाम= |...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
(→ग़ज़लें) |
||
पंक्ति 15: | पंक्ति 15: | ||
{{KKShayar}} | {{KKShayar}} | ||
====ग़ज़लें==== | ====ग़ज़लें==== | ||
− | * [[ / हम्माद नियाज़ी]] | + | * [[बे-सबब हो के बे-क़रार आया / हम्माद नियाज़ी]] |
+ | * [[भुला दिया भी अगर जाए सरसरी किया जाए / हम्माद नियाज़ी]] | ||
+ | * [[दिल के सून सेहन में गूँजी आहट किस के पाँव की / हम्माद नियाज़ी]] | ||
+ | * [[दिल की याद-दिहानी से / हम्माद नियाज़ी]] | ||
+ | * [[गली का मंज़र बदल रहा था / हम्माद नियाज़ी]] | ||
+ | * [[हमारे बस में क्या है और हमारे बस में क्या नहीं / हम्माद नियाज़ी]] | ||
+ | * [[हुज्रा-ए-ख़्वाब से बाहर निकला / हम्माद नियाज़ी]] | ||
+ | * [[जब मुंडेरों पे परिंदों की कुमक जारी थी / हम्माद नियाज़ी]] | ||
+ | * [[जिस की सौंधी सौंधी ख़ुशबू आँगन आँगन पलती थी / हम्माद नियाज़ी]] | ||
+ | * [[सब्ज़-खेतों से उमड़ती रौशनी तस्वीर की / हम्माद नियाज़ी]] | ||
+ | * [[सेहन-ए-आइंदा को इम्कान से धोए जाएँ / हम्माद नियाज़ी]] | ||
+ | * [[उम्र की अव्वली अज़ानों में / हम्माद नियाज़ी]] | ||
+ | * [[वो निगह जब मुझे पुकारती थी / हम्माद नियाज़ी]] | ||
+ | * [[यक़ीन की सल्तनत थी और सुल्तानी हमारी / हम्माद नियाज़ी]] |
13:30, 12 नवम्बर 2013 के समय का अवतरण
हम्माद नियाज़ी
जन्म | 01 अगस्त 1984 |
---|---|
जन्म स्थान | तेलांग, पंजाब, पाकिस्तान |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
हम्माद नियाज़ी / परिचय |
ग़ज़लें
- बे-सबब हो के बे-क़रार आया / हम्माद नियाज़ी
- भुला दिया भी अगर जाए सरसरी किया जाए / हम्माद नियाज़ी
- दिल के सून सेहन में गूँजी आहट किस के पाँव की / हम्माद नियाज़ी
- दिल की याद-दिहानी से / हम्माद नियाज़ी
- गली का मंज़र बदल रहा था / हम्माद नियाज़ी
- हमारे बस में क्या है और हमारे बस में क्या नहीं / हम्माद नियाज़ी
- हुज्रा-ए-ख़्वाब से बाहर निकला / हम्माद नियाज़ी
- जब मुंडेरों पे परिंदों की कुमक जारी थी / हम्माद नियाज़ी
- जिस की सौंधी सौंधी ख़ुशबू आँगन आँगन पलती थी / हम्माद नियाज़ी
- सब्ज़-खेतों से उमड़ती रौशनी तस्वीर की / हम्माद नियाज़ी
- सेहन-ए-आइंदा को इम्कान से धोए जाएँ / हम्माद नियाज़ी
- उम्र की अव्वली अज़ानों में / हम्माद नियाज़ी
- वो निगह जब मुझे पुकारती थी / हम्माद नियाज़ी
- यक़ीन की सल्तनत थी और सुल्तानी हमारी / हम्माद नियाज़ी