भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"सोमनाथ" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKParichay |चित्र= |नाम=सोमनाथ |उपनाम= |जन्म= |जन्मस्थान= |कृतियाँ= |व...) |
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) |
||
(2 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 3 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 6: | पंक्ति 6: | ||
|जन्म= | |जन्म= | ||
|जन्मस्थान= | |जन्मस्थान= | ||
− | |कृतियाँ= | + | |मृत्यु=1753 |
− | |विविध=रीतिकाल के कवि | + | |कृतियाँ= शृंगार-विलास, रस-पीयूष निधि |
− | + | |विविध=रीतिकाल के कवि, सोमनाथ कभी-कभी 'शशिनाथ’ नाम से भी कविता करते थे। | |
|जीवनी=[[सोमनाथ / परिचय]] | |जीवनी=[[सोमनाथ / परिचय]] | ||
− | | | + | |अंग्रेज़ीनाम=Somnath |
}} | }} | ||
+ | ====कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ==== | ||
* [[उमड़ि घुमड़ि घन लीनो है चहूँधा घेरि / सोमनाथ]] | * [[उमड़ि घुमड़ि घन लीनो है चहूँधा घेरि / सोमनाथ]] | ||
+ | * [[अधखुलीं पलकैं, अलक लटकति मंजु / सोमनाथ]] | ||
+ | * [[कुंडल मुकुट, कांट काछनी, तिलक भाल / सोमनाथ]] | ||
+ | * [[आली बहु वासर, बिताए ध्यान धरि-धरि / सोमनाथ]] | ||
+ | * [[नेकु न चैन परै दिन रैनि / सोमनाथ]] | ||
+ | * [[घटि कै कटि रंचक छीन भई / सोमनाथ]] | ||
+ | * [[मंदिर की दुति यौं दरसी / सोमनाथ]] | ||
+ | * [[रचि भूषन आई अलीन के संग तैं / सोमनाथ]] | ||
+ | * दिसि बिदिसन तें उमडि मढि लीनो नभ / सोमनाथ | ||
+ | * प्रीति नई नित कीजत है / सोमनाथ | ||
+ | * झमकतु बदन मतंग कुंभ / सोमनाथ |
08:51, 30 सितम्बर 2016 के समय का अवतरण
सोमनाथ
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
जन्म | |
---|---|
निधन | 1753 |
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
शृंगार-विलास, रस-पीयूष निधि | |
विविध | |
रीतिकाल के कवि, सोमनाथ कभी-कभी 'शशिनाथ’ नाम से भी कविता करते थे। | |
जीवन परिचय | |
सोमनाथ / परिचय |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- उमड़ि घुमड़ि घन लीनो है चहूँधा घेरि / सोमनाथ
- अधखुलीं पलकैं, अलक लटकति मंजु / सोमनाथ
- कुंडल मुकुट, कांट काछनी, तिलक भाल / सोमनाथ
- आली बहु वासर, बिताए ध्यान धरि-धरि / सोमनाथ
- नेकु न चैन परै दिन रैनि / सोमनाथ
- घटि कै कटि रंचक छीन भई / सोमनाथ
- मंदिर की दुति यौं दरसी / सोमनाथ
- रचि भूषन आई अलीन के संग तैं / सोमनाथ
- दिसि बिदिसन तें उमडि मढि लीनो नभ / सोमनाथ
- प्रीति नई नित कीजत है / सोमनाथ
- झमकतु बदन मतंग कुंभ / सोमनाथ