|विविध=छत्तीसगढ़ के गीतकार "रामगोपाल शुक्ल" का गीत-संग्रह "हीरा है तो दमकेगा ही" का संपादन
आलोचक "अजय तिवारी" ने पुस्तक "साहित्य का वर्तमान" में बहैसियत कथाकार रेखांकित किया।
कथाकार "शैलेश मत्यानीमटियानी" ने पुस्तक "किसे पता है राष्ट्रीय शर्म का मतलब" में बहैसियत पत्रकार संवाद किया .
|अंग्रेज़ीनाम=shahroj kamar, Saiyad shahroz kamar
|जीवनी=[[सैयद शहरोज़ क़मर / परिचय]]
* [[मकी ही नहीं हो / सैयद शहरोज़ क़मर]]
* [[मेरे अनुराग हो तुम / सैयद शहरोज़ क़मर]]
* [[दुर्गी के बहाने / सैयद शहरोज़ क़मर]]
* [[महज़ संयोग / सैयद शहरोज़ क़मर]]
* [[हम मुहब्बत के कभी / सैयद शहरोज़ क़मर]]