भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"गिरिजाकुमार माथुर" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (→कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (→कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ) |
||
पंक्ति 48: | पंक्ति 48: | ||
* [[मेरे सपने बहुत नहीं हैं / गिरिजाकुमार माथुर]] | * [[मेरे सपने बहुत नहीं हैं / गिरिजाकुमार माथुर]] | ||
* [[आदमी की अनुपात / गिरिजाकुमार माथुर]] | * [[आदमी की अनुपात / गिरिजाकुमार माथुर]] | ||
+ | * [[वक़्त ज़रा थम जा / गिरिजाकुमार माथुर]] |
13:11, 12 सितम्बर 2021 का अवतरण
गिरिजाकुमार माथुर
जन्म | 22 अगस्त 1919 |
---|---|
जन्म स्थान | अशोकनगर, ग्वालियर, मध्य प्रदेश |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
मंजीर (1941), नाश और निर्माण (1946), धूप के धान (1954), जनमक़ैद (1957), मुझे और अभी कहना है, शिलापंख चमकीले (नाटक-संग्र, 1961), जो बंध नहीं सका, मैं वक़्त के हूँ सामने, भीतरी नदी की यात्रा, छाया मत छूना मन | |
विविध | |
शलाका सम्मान , साहित्य अकादमी पुरस्कार सहित अनेक प्रतिष्ठित सम्मान और पुरस्कार से सम्मानित।।। | |
जीवन परिचय | |
गिरिजाकुमार माथुर / परिचय |
कविता-संग्रह
- तार सप्तक / गिरिजाकुमार माथुर (तार सप्तक में संकलित कविताएँ)
- मुझे और अभी कहना है / गिरिजाकुमार माथुर
- धूप के धान / गिरिजाकुमार माथुर
- मैं वक़्त के हूँ सामने / गिरिजाकुमार माथुर
- पृथ्वी कल्प / गिरिजाकुमार माथुर
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- मेरे युवा-आम में नया बौर आया है / गिरिजाकुमार माथुर
- इतना मत दूर रहो गन्ध कहीं खो जाए / गिरिजाकुमार माथुर
- बरसों के बाद कभी / गिरिजाकुमार माथुर
- छाया मत छूना / गिरिजाकुमार माथुर
- कौन थकान हरे जीवन की / गिरिजाकुमार माथुर
- हम होंगे कामयाब / गिरिजाकुमार माथुर
- ढाकबनी / गिरिजाकुमार माथुर
- खुले बालों की रात / गिरिजाकुमार माथुर
- दो पाटों की दुनिया / गिरिजाकुमार माथुर
- आज हैं केसर रंग रंगे वन / गिरिजाकुमार माथुर
- चूड़ी का टुकड़ा / गिरिजाकुमार माथुर
- नया कवि / गिरिजाकुमार माथुर
- पन्द्रह अगस्त / गिरिजाकुमार माथुर
- भीगा दिन / गिरिजाकुमार माथुर
- नया बनने का दर्द / गिरिजाकुमार माथुर
- ख़ुशबू बहुत है / गिरिजाकुमार माथुर
- अनकही बात / गिरिजाकुमार माथुर
- मैं कैसे आनन्द मनाऊँ / गिरिजाकुमार माथुर
- चाँदनी की रात है / गिरिजाकुमार माथुर
- पन्द्रह अगस्त / गिरिजाकुमार माथुर
- कौन थकान हरे / गिरिजाकुमार माथुर
- विदा समय क्यों भरे नयन हैं / गिरिजाकुमार माथुर
- भूले हुओं का गीत / गिरिजाकुमार माथुर
- भटका हुआ कारवाँ / गिरिजाकुमार माथुर
- इतिहास की कालहीन कसौटी / गिरिजाकुमार माथुर
- मेरे सपने बहुत नहीं हैं / गिरिजाकुमार माथुर
- आदमी की अनुपात / गिरिजाकुमार माथुर
- वक़्त ज़रा थम जा / गिरिजाकुमार माथुर