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+ | * [[जब खेतों में पकी हुई पीली बालें लहराती हैं / मिख़अईल लेरमन्तफ़ / मदनलाल मधु]] | ||
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* [[बादल / मिख़अईल लेरमन्तफ़ / मदनलाल मधु]] | * [[बादल / मिख़अईल लेरमन्तफ़ / मदनलाल मधु]] | ||
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मिख़अईल लेरमन्तफ़
जन्म | 15 अक्तूबर 1814 |
---|---|
निधन | 27 जुलाई 1841 |
जन्म स्थान | मसक्वा, रूस । |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
राक्षस, मौत का फ़रिश्ता (कविता-संग्रह) हमारे समय का नायक (उपन्यास)। | |
विविध | |
रूसी भाषा के एक बड़े कवि और लेखक । | |
जीवन परिचय | |
मिख़अईल लेरमन्तफ़ / परिचय |
अनिल जनविजय द्वारा अनूदित
- घर से निकला हूँ अकेला, दूर बहुत जाना है / मिख़अईल लेरमन्तफ़ / अनिल जनविजय
- मस्तूल / मिख़अईल लेरमन्तफ़ / अनिल जनविजय
- नींद / मिख़अईल लेरमन्तफ़ / अनिल जनविजय
- शरद / मिख़अईल लेरमन्तफ़ / अनिल जनविजय
गौतम कश्यप द्वारा अनूदित=
मदनलाल मधु द्वारा अनूदित
- जब खेतों में पकी हुई पीली बालें लहराती हैं / मिख़अईल लेरमन्तफ़ / मदनलाल मधु
- खंजर / मिख़अईल लेरमन्तफ़ / मदनलाल मधु
- बादल / मिख़अईल लेरमन्तफ़ / मदनलाल मधु
- मातृभूमि / मिख़अईल लेरमन्तफ़ / मदनलाल मधु
- वीराने उत्तर में खड़ा हुआ एकाकी / मिख़अईल लेरमन्तफ़ / मदनलाल मधु
- पाल / मिख़अईल लेरमन्तफ़ / मदनलाल मधु
- सनोबर / मिख़अईल लेरमन्तफ़ / मदनलाल मधु
- टीले के वक्ष पर / मिख़अईल लेरमन्तफ़ / मदनलाल मधु
- प्रार्थना / मिख़अईल लेरमन्तफ़ / मदनलाल मधु
- जल-परी / मिख़अईल लेरमन्तफ़ / मदनलाल मधु
- चल पड़ा हूँ मैं अकेला राह पर / मिख़अईल लेरमन्तफ़ / मदनलाल मधु
- कवि / मिख़अईल लेरमन्तफ़ / मदनलाल मधु
- कवि की मृत्यु / मिख़अईल लेरमन्तफ़ / मदनलाल मधु