भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"जगदीश चंद्र ठाकुर" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) |
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) |
||
(2 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 7 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{KKGlobal}} | {{KKGlobal}} | ||
{{KKParichay | {{KKParichay | ||
− | |चित्र= | + | |चित्र=Jagdish_Chandra_Thakur.jpg |
|नाम=जगदीश चंद्र ठाकुर | |नाम=जगदीश चंद्र ठाकुर | ||
− | |उपनाम= | + | |उपनाम=अनिल |
− | |जन्म= | + | |जन्म=27 नवम्बर 1950 |
− | |जन्मस्थान= | + | |जन्मस्थान=ग्राम शम्भुआर, जिला मधुबनी, बिहार |
− | + | |कृतियाँ=तिरंगे के लिए (ग़ज़ल संग्रह, 1997) | |
− | |कृतियाँ= | + | |
|विविध= | |विविध= | ||
|अंग्रेज़ीनाम=Jagdish Chandra Thakur | |अंग्रेज़ीनाम=Jagdish Chandra Thakur | ||
पंक्ति 14: | पंक्ति 13: | ||
}} | }} | ||
{{KKShayar}} | {{KKShayar}} | ||
− | + | {{KKCatBihar}} | |
− | * [[ / जगदीश चंद्र ठाकुर]] | + | ===हिन्दी ग़ज़लें=== |
+ | * [[हर जगह बस दीनता ही दीनता है / जगदीश चंद्र ठाकुर]] | ||
+ | * [[यूँ दिल में अरमान बहुत हैं / जगदीश चंद्र ठाकुर]] | ||
+ | * [[गुल ही गुल है, खार नहीं है / जगदीश चंद्र ठाकुर]] | ||
+ | * [[कभी खुशी मिली तो कभी गम कहीं मिला / जगदीश चंद्र ठाकुर]] | ||
+ | * [[अपनी इच्छाओं का ही विस्तार है / जगदीश चंद्र ठाकुर]] | ||
+ | ===गीत=== | ||
+ | * [[मैं कभी मंदिर न जाता / जगदीश चंद्र ठाकुर]] | ||
+ | * [[मैं कहता हूँ चीज पुरानी घर के अंदर मत रखो / जगदीश चंद्र ठाकुर]] | ||
+ | * [[काँटों का फूल से मिलन / जगदीश चंद्र ठाकुर]] | ||
+ | * [[तू सुधर जा देश मेरे / जगदीश चंद्र ठाकुर]] | ||
+ | * [[काजल की कोठरी में मैं / जगदीश चंद्र ठाकुर]] | ||
+ | * [[जंगलों के पार हो गई / जगदीश चंद्र ठाकुर]] |
04:23, 16 सितम्बर 2016 के समय का अवतरण
जगदीश चंद्र ठाकुर
जन्म | 27 नवम्बर 1950 |
---|---|
उपनाम | अनिल |
जन्म स्थान | ग्राम शम्भुआर, जिला मधुबनी, बिहार |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
तिरंगे के लिए (ग़ज़ल संग्रह, 1997) | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
जगदीश चंद्र ठाकुर / परिचय |
हिन्दी ग़ज़लें
- हर जगह बस दीनता ही दीनता है / जगदीश चंद्र ठाकुर
- यूँ दिल में अरमान बहुत हैं / जगदीश चंद्र ठाकुर
- गुल ही गुल है, खार नहीं है / जगदीश चंद्र ठाकुर
- कभी खुशी मिली तो कभी गम कहीं मिला / जगदीश चंद्र ठाकुर
- अपनी इच्छाओं का ही विस्तार है / जगदीश चंद्र ठाकुर