* [[यूँ बड़ी देर से पैमाना लिए बैठा हूँ / 'क़ैसर'-उल जाफ़री]]
* [[ज़ेहन में कौन से आसेब का दर बाँध लिया / 'क़ैसर'-उल जाफ़री]]
* [[इतना सन्नाटा है बस्ती में कि डर जाएगा / 'क़ैसर'-उल जाफ़री]]
* [[टूटे हुए ख़्वाबों की चुभन कम नहीं होती / 'क़ैसर'-उल जाफ़री]]
* [[डूबने वालो हवाओं का हुनर कैसा लगा / 'क़ैसर'-उल जाफ़री]]
* [[तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे / 'क़ैसर'-उल जाफ़री]]
* [[तिरी गली में तमाशा किए ज़माना हुआ / 'क़ैसर'-उल जाफ़री]]
* [[दर-ओ-दीवार पे हिजरत के निशाँ देख आएँ / 'क़ैसर'-उल जाफ़री]]
* [[दिन की बेदर्द थकन चेहरे पे ले कर मत जा / 'क़ैसर'-उल जाफ़री]]
* [[दिल की आग कहाँ ले जाते जलती बुझती छोड़ चले / 'क़ैसर'-उल जाफ़री]]
* [[दिल बे-तब-ओ-ताब हो गया है / 'क़ैसर'-उल जाफ़री]]
* [[दीवारों से मिल कर रोना अच्छा लगता है / 'क़ैसर'-उल जाफ़री]]
* [[फिर मिरे सर पे कड़ी धूप की बौछार गिरी / 'क़ैसर'-उल जाफ़री]]
* [[बस्ती में है वो सन्नाटा जंगल मात लगे / 'क़ैसर'-उल जाफ़री]]
* [[मैं पिछली रात क्या जाने कहाँ था / 'क़ैसर'-उल जाफ़री]]
* [[मुंतशिर ज़ेहन की सोचों को इकट्ठा कर दो / 'क़ैसर'-उल जाफ़री]]
* [[मुसाफ़िरों का कभी ए'तिबार मत करना / 'क़ैसर'-उल जाफ़री]]
* [[वो एक ख़ेमा-ए-शब जिस का नाम दुनिया था / 'क़ैसर'-उल जाफ़री]]
* [[शहर-ए-ग़ज़ल में धूल उड़ेगी फ़न बंजर हो जाएगा / 'क़ैसर'-उल जाफ़री]]
* [[सदियों तवील रात के ज़ानू से सर उठा / 'क़ैसर'-उल जाफ़री]]
* [[सारी दुनिया के तअल्लुक़ से जो सोचा जाता / 'क़ैसर'-उल जाफ़री]]
* [[हवा बहुत है मता-ए-सफ़र सँभाल के रख / 'क़ैसर'-उल जाफ़री]]
* [[ज़ुल्फ़ घटा बन कर रह जाए आँख कँवल हो जाए / 'क़ैसर'-उल जाफ़री]]