भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"ज़ैदी जाफ़र रज़ा" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) |
|||
पंक्ति 11: | पंक्ति 11: | ||
|जीवनी=[[ज़ैदी जाफ़र रज़ा / परिचय]] | |जीवनी=[[ज़ैदी जाफ़र रज़ा / परिचय]] | ||
}} | }} | ||
− | + | [[Category:शायर]] | |
+ | <sort order="asc"> | ||
* [[मैं तनहा हूँ , नहीं भी हूँ / ज़ैदी जाफ़र रज़ा]] | * [[मैं तनहा हूँ , नहीं भी हूँ / ज़ैदी जाफ़र रज़ा]] | ||
* [[सोचता हूँ ज़हन के सारे दरीचे खोल दूँ / ज़ैदी जाफ़र रज़ा]] | * [[सोचता हूँ ज़हन के सारे दरीचे खोल दूँ / ज़ैदी जाफ़र रज़ा]] | ||
पंक्ति 23: | पंक्ति 24: | ||
* [[रिश्ता नहीं किसी का किसी फ़र्द से मगर / ज़ैदी जाफ़र रज़ा]] | * [[रिश्ता नहीं किसी का किसी फ़र्द से मगर / ज़ैदी जाफ़र रज़ा]] | ||
* [[रात की ओस दरख्तों पे गिरी होगी ज़रूर / ज़ैदी जाफ़र रज़ा]] | * [[रात की ओस दरख्तों पे गिरी होगी ज़रूर / ज़ैदी जाफ़र रज़ा]] | ||
+ | </sort> |
18:45, 14 फ़रवरी 2009 का अवतरण
ज़ैदी जाफ़र रज़ा
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
जन्म | |
---|---|
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
ज़ैदी जाफ़र रज़ा / परिचय |
<sort order="asc">
- मैं तनहा हूँ , नहीं भी हूँ / ज़ैदी जाफ़र रज़ा
- सोचता हूँ ज़हन के सारे दरीचे खोल दूँ / ज़ैदी जाफ़र रज़ा
- ज़ह्र पी लेते हैं क्यों लोग परीशां होकर / ज़ैदी जाफ़र रज़ा
- वो कल था साथ तो फिर आज ख्वाब सा क्यों है / ज़ैदी जाफ़र रज़ा
- दिल खिंच रहा है फिर उसी तस्वीर की तरफ़ / ज़ैदी जाफ़र रज़ा
- बदन की खुशबू / ज़ैदी जाफ़र रज़ा
- रिन्दों के लब पे / ज़ैदी जाफ़र रज़ा
- लहरें साहिल तक जब आयीं / ज़ैदी जाफ़र रज़ा
- जिस्म के ज़िन्दाँ में उम्रें क़ैद कर पाया है कौन / ज़ैदी जाफ़र रज़ा
- रिश्ता नहीं किसी का किसी फ़र्द से मगर / ज़ैदी जाफ़र रज़ा
- रात की ओस दरख्तों पे गिरी होगी ज़रूर / ज़ैदी जाफ़र रज़ा
</sort>