भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"शहरयार" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Rajeevnhpc102 (चर्चा | योगदान) |
Rajeevnhpc102 (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 43: | पंक्ति 43: | ||
* [[ये क़ाफ़िले यादों के कहीं खो गये होते / शहरयार]] | * [[ये क़ाफ़िले यादों के कहीं खो गये होते / शहरयार]] | ||
* [[बेताब हैं और इश्क़ का दावा नहीं हमको / शहरयार]] | * [[बेताब हैं और इश्क़ का दावा नहीं हमको / शहरयार]] | ||
+ | * [[कहीं ज़रा-सा अँधेरा भी कल की रात न था / शहरयार]] | ||
</sort> | </sort> |
21:59, 23 अक्टूबर 2009 का अवतरण
शहरयार
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
जन्म | 16 जून 1936 |
---|---|
जन्म स्थान | आँवला, बरेली, उत्तरप्रदेश, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
ख़्वाब का दर बंद है (1987), शाम होने वाली है (2005), मिलता रहूँगा ख़्वाब में | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
शहरयार / परिचय |
<sort order="asc" class="ul">
- कटेगा देखिए दिन जाने किस अज़ाब के साथ / शहरयार
- ऐसे हिज्र के मौसम अब कब आते हैं / शहरयार
- ज़िंदगी जैसी तवक्को थी नहीं / शहरयार
- अजीब सानेहा मुझ पर गुज़र गया यारो / शहरयार
- दिल चीज़ क्या है / शहरयार
- हद-ए-निगाह तक ये ज़मीं / शहरयार
- हम पढ़ रहे थे ख़्वाब के पुर्ज़ों को जोड़ के / शहरयार
- इन आँखों की मस्ती के / शहरयार
- जुस्तजू जिस की थी / शहरयार
- ख़ून में लथ-पथ हो गये / शहरयार
- किस-किस तरह से मुझको / शहरयार
- किया इरादा बारहा तुझे भुलाने का / शहरयार
- नया अमृत / शहरयार
- सीने में जलन / शहरयार
- ये क्या जगह है दोस्तों / शहरयार
- ज़िन्दगी जब भी तेरी बज़्म में / शहरयार
- ज़िन्दगी जैसी तमन्ना थी / शहरयार
- यह क़ाफ़िले यादों के कहीं खो गये होते / शहरयार
- सूरज का सफ़र ख़त्म हुआ रात न आयी / शहरयार
- इसे गुनाह कहें या कहें सवाब का काम / शहरयार
- मैं नहीं जागता / शहरयार
- महफिल में बहुत लोग थे मै तन्हा गया था / शहरयार
- शंख बजने की घड़ी / शहरयार
- दुश्मन-दोस्त सभी कहते हैं, बदला नहीं हूं मैं / शहरयार
- ये क़ाफ़िले यादों के कहीं खो गये होते / शहरयार
- बेताब हैं और इश्क़ का दावा नहीं हमको / शहरयार
- कहीं ज़रा-सा अँधेरा भी कल की रात न था / शहरयार
</sort>