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"गुजराती लोकगीत" के अवतरणों में अंतर

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*वान्ना वगडा न वायरा वायरे,
 
कन्ने घूमरियो  घुम तो गायरे,
 
 
रासे रमे, रासे रमे,
 
गोप गोपियों नी संग,
 
जामयो वृन्दावन ने मार गड़े  रंग,
 
वान्ना वगडा न वायरा वायरे,
 
कन्ने घुमरिया घूम तो गायरे.
 
 
घेरी घेरी, घेरी घेरी,
 
एनी वागे मुरलियो,
 
गौरी गौरी राधा ने,
 
सुंदर श्यामडियो,
 
वान्ना वगडा न वायरा वायरे,
 
कन्ने घुमरिया घूम तो गायरे.
 
  
 
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* [[ झूलन मोरली वागी रे राजा ना कुंवर /
 
* [[ झूलन मोरली वागी रे राजा ना कुंवर /
  
  गुजराती लोक गरबा ]]
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गुजराती लोक गरबा ]]

14:08, 16 फ़रवरी 2010 का अवतरण

पंखिडा रे उड़ी जाजे पावागढ़ रे / गुजराती लोक गरबा  

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

गुजराती लोक गरबा ]]