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गुजराती लोकगीत

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{{वान्ना वगडा न वायरा वायरे, कन्ने घूमरियो घुम तो गायरे,

रासे रमे, रासे रमे, गोप गोपियों नी संग, जामयो वृन्दावन ने मार गड़े रंग, वान्ना वगडा न वायरा वायरे, कन्ने घुमरिया घूम तो गायरे.

घेरी घेरी, घेरी घेरी, एनी वागे मुरलियो, गौरी गौरी राधा ने, सुंदर श्यामडियो, वान्ना वगडा न वायरा वायरे, कन्ने घुमरिया घूम तो गायरे.

KKLokGeetBhaashaSoochi}}
पंखिडा रे उड़ी जाजे पावागढ़ रे / गुजराती लोक गरबा  
   ♦   रचनाकार: अज्ञात

झूलन मोरली वागी रे राजा ना कुंवर /गुजराती लोक गरबा