नीचे दिये हुए पृष्ठ ज़फ़र की शायरी / बहादुर शाह ज़फ़र से जुडते हैं:
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- लगता नहीं है दिल मेरा उजड़े दायर में / ज़फ़र (← कड़ियाँ)
- रात भर मुझको ग़म-ए-यार ने सोने न दिया/ ज़फ़र (← कड़ियाँ)
- रविश-ए-गुल कहाँ यार हँसाने वाले / ज़फ़र (← कड़ियाँ)
- ऐश से गुज़री कि ग़म के साथ अच्छी निभ गई / ज़फ़र (← कड़ियाँ)
- या मुझे अफ़सर-ए-शाहाना बनाया होता / ज़फ़र (← कड़ियाँ)
- शब हाथ हमारे जो मय-ए-नाब न आई / ज़फ़र (← कड़ियाँ)
- जलाया आप हमने ज़ब्त कर कर आह-ए-सोज़ाँ को / ज़फ़र (← कड़ियाँ)
- इक दम में ज़र्ब-ए-नाला से पत्थर को तोड़ दूं / ज़फ़र (← कड़ियाँ)
- हवा में फिरते हो हिर्स-ओ-हूँ-हा के लिए / ज़फ़र (← कड़ियाँ)
- होते-होते चश्म से आज अश्कबारी रह गई / ज़फ़र (← कड़ियाँ)
- कहीं मैं गुंचा हूँ वशूद से अपने खुद परीशां हूँ / ज़फ़र (← कड़ियाँ)