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- 19:09, 31 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+2,314) . . न खा जाएगा गच्चा प्यारे ख़ुद को ज़रा सम्हाल / वीरेन्द्र खरे 'अकेला' (नया पृष्ठ: खा जाएगा गच्चा प्यारे ख़ुद को ज़रा सम्हाल काला नहीं दाल में भाई क…)
- 20:50, 30 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,457) . . न वो अभी पूरा नहीं था हाँ मगर अच्छा लगा /'अना' क़ासमी (नया पृष्ठ: <poem>रचना यहाँ टाइप करें</poem> वो अभी पूरा नहीं था हाँ मगर अच्छा लगा जंग…)
- 20:30, 30 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+134) . . 'अना' क़ासमी
- 20:08, 29 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,568) . . न तुमने ठीक मिटाया मुझको / वीरेन्द्र खरे 'अकेला' (नया पृष्ठ: तुमने ठीक मिटाया मुझको मेरा नव-निर्माण हो गया एक संकुचित पुस्तक …)
- 20:04, 29 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (-3) . . सिकुड़नें मुख मंडलों पर शत्रुभय की / वीरेन्द्र खरे 'अकेला'
- 20:01, 29 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+2,494) . . न सिकुड़नें मुख मंडलों पर शत्रुभय की / वीरेन्द्र खरे 'अकेला' (नया पृष्ठ: सिकुड़ने मुख मंडलों पर शत्रुभय की है असंगत घोषणा अपनी विजय की श्…)
- 19:53, 29 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+2,097) . . नछो कब चलता है काम समय से कट के / वीरेन्द्र खरे 'अकेला' (नया पृष्ठ: कब चलता है काम समय से कट के सीखो नई सदी के लटके-झटके पोथन्नों पर पो…)
- 19:49, 29 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,679) . . न हर तरफ़ तक़रार ही तक़रार / वीरेन्द्र खरे 'अकेला' (नया पृष्ठ: हर तरफ़ तक़रार ही तक़रार ढूंढ़ कर लाओ ज़रा सा प्यार सब्र की सीमा न…)
- 19:47, 29 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+3,625) . . न पटरी से उतरी है जीवन की रेल / वीरेन्द्र खरे 'अकेला' (नया पृष्ठ: पटरी से उतरी है जीवन की रेल ख़त्म हुआ खेल, समझ ख़त्म हुआ खेल हुए हम …)
- 19:45, 29 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+3,229) . . न वन जाने को राम नहीं तैयार, पढ़ा अख़बार ! / वीरेन्द्र खरे 'अकेला' (नया पृष्ठ: वन जाने को राम नहीं तैयार, पढ़ा अख़बार ! दशरथ जी को दे दी है फटकार, प…)
- 19:42, 29 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (-1) . . दृढ़ रख संकल्पों को अपने / वीरेन्द्र खरे 'अकेला'
- 19:41, 29 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+2,138) . . न दृढ़ रख संकल्पों को अपने / वीरेन्द्र खरे 'अकेला' (नया पृष्ठ: दृढ़ रख संकल्पों को अपने सच में परिणत होंगे सपने इतनी जल्दी हार न…)
- 17:59, 29 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,672) . . न अपनी आपत्तियों को न करना मुखर मौन धारे रहो / वीरेन्द्र खरे 'अकेला' (नया पृष्ठ: अपनी आपत्तियों को न करना मुखर मौन धारे रहो व्यर्थ में दुश्मनी सबस…)
- 18:15, 28 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+3,904) . . न बंजर धरती कैसे हरी भरी होगी / वीरेन्द्र खरे 'अकेला' (नया पृष्ठ: बंजर धरती कैसे हरी भरी होगी चमन पल्लवित-पुष्पित होंगे तो कैसे यहा…)
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