भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
अकबर इलाहाबादी
Kavita Kosh से
धर्मराज थापा (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 22:12, 15 मार्च 2011 का अवतरण
अकबर इलाहाबादी
जन्म | 16 नवंबर 1846 |
---|---|
निधन | 9 सितंबर 1921 |
जन्म स्थान | इलाहाबाद |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
आपका मूल नाम सैयद हुसैन था। | |
जीवन परिचय | |
अकबर इलाहाबादी / परिचय |
<sort order="asc" class="ul">
- म त तस्वीर अधुरा भएछु / धर्मराज थापा
- हंगामा है क्यूँ बरपा / अकबर इलाहाबादी
- कोई हँस रहा है कोई रो रहा है / अकबर इलाहाबादी
- बहसें फ़ुजूल थीं यह खुला हाल देर से / अकबर इलाहाबादी
- दिल मेरा जिस से बहलता / अकबर इलाहाबादी
- दुनिया में हूँ दुनिया का तलबगार नहीं हूँ / अकबर इलाहाबादी
- समझे वही इसको जो हो दीवाना किसी का / अकबर इलाहाबादी
- पिंजरे में मुनिया / अकबर इलाहाबादी
- उन्हें शौक़-ए-इबादत भी है / अकबर इलाहाबादी
- एक बूढ़ा नहीफ़-ओ-खस्ता दराज़ / अकबर इलाहाबादी
- अरमान मेरे दिल का निकलने नहीं देते / अकबर इलाहाबादी
- जो यूं ही लहज़ा लहज़ा दाग़-ए-हसरत की तरक़्क़ी है / अकबर इलाहाबादी
- फिर गई आप की दो दिन में तबीयत कैसी / अकबर इलाहाबादी
- कहाँ ले जाऊँ दिल दोनों जहाँ में इसकी मुश्किल है / अकबर इलाहाबादी
- किस किस अदा से तूने जलवा दिखा के मारा / अकबर इलाहाबादी
- कट गई झगड़े में सारी रात वस्ल-ए-यार की / अकबर इलाहाबादी
- शक्ल जब बस गई आँखों में तो छुपना कैसा / अकबर इलाहाबादी
- दम लबों पर था दिलेज़ार के घबराने से / अकबर इलाहाबादी
- जान ही लेने की हिकमत में तरक़्क़ी देखी / अकबर इलाहाबादी
- छिड़ा है राग भौंरे का, हवा की है नई धुन भी / अकबर इलाहाबादी
- ख़ुशी है सब को कि आप्रेशन में ख़ूब नश्तर चल रहा है / अकबर इलाहाबादी
- आपसे बेहद मुहब्बत है मुझे / अकबर इलाहाबादी
- हिन्द में तो मज़हबी हालत है अब नागुफ़्ता बेह / अकबर इलाहाबादी
- जलवये दरबारे-देहली / अकबर इलाहाबादी
- बिठाई जाएंगी पर्दे में बीबियाँ कब तक / अकबर इलाहाबादी
- हस्ती के शजर में जो यह चाहो कि चमक जाओ / अकबर इलाहाबादी
- तअज्जुब से कहने लगे बाबू साहब / अकबर इलाहाबादी
- सूप का शायक़ हूँ यख़नी होगी क्या / अकबर इलाहाबादी
- चश्मे-जहाँ से हालते अस्ली छिपी नहीं / अकबर इलाहाबादी
- हास्य-रस -एक / अकबर इलाहाबादी
- हास्य-रस -दो / अकबर इलाहाबादी
- हास्य-रस -तीन / अकबर इलाहाबादी
- हास्य-रस -चार / अकबर इलाहाबादी
- हास्य-रस -पाँच / अकबर इलाहाबादी
- हास्य-रस -छ: / अकबर इलाहाबादी
- हास्य-रस -सात / अकबर इलाहाबादी
- ख़ुदा के बाब में / अकबर इलाहाबादी
- मुस्लिम का मियाँपन सोख़्त करो / अकबर इलाहाबादी
- जिस बात को मुफ़ीद समझते हो / अकबर इलाहाबादी
- गाँधी तो हमारा भोला है / अकबर इलाहाबादी
- मुझे भी दीजिए अख़बार / अकबर इलाहाबादी
- शेर कहता है / अकबर इलाहाबादी
- बहार आई / अकबर इलाहाबादी
- आबे ज़मज़म से कहा मैंने / अकबर इलाहाबादी
- शेख़ जी अपनी सी बकते ही रहे / अकबर इलाहाबादी
- हाले दिल सुना नहीं सकता / अकबर इलाहाबादी
- हो न रंगीन तबीयत / अकबर इलाहाबादी
- मौत आई इश्क़ में / अकबर इलाहाबादी
- काम कोई मुझे बाकी नहीं / अकबर इलाहाबादी
- तहज़ीब के ख़िलाफ़ है / अकबर इलाहाबादी
- हम कब शरीक होते हैं / अकबर इलाहाबादी
- मुँह देखते हैं हज़रत / अकबर इलाहाबादी
- अफ़्सोस है / अकबर इलाहाबादी
- ग़म क्या / अकबर इलाहाबादी
- उससे तो इस सदी में / अकबर इलाहाबादी
- ख़ैर उनको कुछ न आए / अकबर इलाहाबादी
- जो हस्रते दिल है / अकबर इलाहाबादी
- मायूस कर रहा है / अकबर इलाहाबादी
</sort>