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म. वी. वि. शाह
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म. वी. वि. शाह
जन्म | 11 जुन 1920 |
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निधन | 31 जनवरी 1972 |
उपनाम | महेन्द्र वीर विक्रम शाह |
जन्म स्थान | नारायणहिटी राजदरबार, काठमाडौ |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
उसैको लागि, फेरि उसैको लागि, अझ उसैको लागि | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
म. वी. वि. शाह/ परिचय |
कृति
- उसैको लागि / म. वी. वि. शाह
- फेरि उसैको लागि / म. वी. वि. शाह
- अझ उसैको लागि / म. वी. वि. शाह
कविता
गीत
- आकाशका तिर्मिरे तारा म गन्न सक्दिनँ / म. वी. वि. शाह
- कसले झार्योे तिमीलाई प्रिया / म. वी. वि. शाह
- कहाँ मेटिन्छ / म. वी. वि. शाह
- किन किन तिम्रो तस्बीर मलाई निको लाग्छ / म. वी. वि. शाह
- कुरेँ कुरेँ आइनौ तिमी / म. वी. वि. शाह
- के छ र दिऊँ तिमीलाई मैले / म. वी. वि. शाह
- गर्छिन् पुकार आमा / म. वी. वि. शाह
- गाजलु ती ठूला ठूला आँखा / म. वी. वि. शाह
- चोट दिलमा रातदिन / म. वी. वि. शाह
- छट्पट गरेर नै सधैँ बिती गयो रात / म. वी. वि. शाह
- जीवन व्यथा सुनाऊँ कसलाई / म. वी. वि. शाह
- दिलको शन्ति कहाँ गयो नि / म. वी. वि. शाह
- नेपाल मेरो तिमीलाई उपहार भो यो जिन्दगी / म. वी. वि. शाह
- बोल्छ चरी त्यो रुखमाथि / म. वी. वि. शाह
- भन लौ तिमी नढाँटी / म. वी. वि. शाह
- माया लिएर हैन, मया दिएर हेर / म. वी. वि. शाह
- मुटुले मेरो त्यो मुटु तिम्रो पुरिया पारेर / म. वी. वि. शाह
- लोलाएका ती ठूला तिम्रा दुई नजरले / म. वी. वि. शाह
- वसन्तमा फूल फुल्यो हृदयको माझ / म. वी. वि. शाह
- सम्झनाको धारले कल्पनाको छातीमा / म. वी. वि. शाह
- एकान्त रात बीचमा हाँसेर पास आई / म. वी. वि. शाह
- पलक झारी जमिन कोरी घुम्टोमा लुकेर / म. वी. वि. शाह
- हाँसो र हिस्सी दुईटा उही कसैको हुँदैन / म. वी. वि. शाह
- म आउनेछु, म आउनेछु तिमीलाई भेट्न प्रिये / म. वी. वि. शाह
- बिहान घाम गोरेटो हुँदै चुलीमा पुरेर / म. वी. वि. शाह
- जुन माटोमा जन्म लिने / म. वी. वि. शाह
- सुनसान रात बीचमा / म. वी. वि. शाह
- मिर्मिरे बिहानीमा झस्केर उठेँछु / म. वी. वि. शाह
- हे वीर हिँड अघि सरी / म. वी. वि. शाह