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गिरिधर
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गिरिधर
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जन्म | 1770 |
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निधन | |
उपनाम | |
जन्म स्थान | पंजाब, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
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विविध | |
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जीवन परिचय | |
गिरिधर / परिचय |
कुण्डलियाँ
- लाठी में गुण बहुत हैं / गिरिधर
- जानो नहिं जिस गाँव / गिरिधर
- साईं, बैर न कीजिए / गिरिधर
- न लीजै संग / गिरिधर
- ॠण उधार / गिरिधर
- गुन के गाहक / गिरिधर
- सोना लादन पिय गए / गिरिधर
- दौलत पाय न कीजिए / गिरिधर
- सांई अवसर के परे / गिरिधर
- बिना विचारे जो करै / गिरिधर
- बीती ताहि बिसारि दे / गिरिधर
- सांई अपने चित्त की / गिरिधर
- पानी बाढो नाव में / गिरिधर
- चिंता ज्वाल सरीर की / गिरिधर
- सांई सब संसार में / गिरिधर
- रहिये लटपट काटि दिन / गिरिधर
- कमरी थोरे दाम की / गिरिधर
- साईं अपने भ्रात को / गिरिधर
- साईं सुआ प्रवीन गति / गिरिधर
- साईं तहां न जाइये / गिरिधर
- साईं घोड़े आछतहि / गिरिधर
- साईं बेटा बाप के / गिरिधर
- साईं यह संसार में / गिरिधर
- साईं अपने चित्त की / गिरिधर
- साईं अवसर के परे / गिरिधर
- झूठा मीठे वचन कहि / गिरिधर
- जाको धन, धरती हरी / गिरिधर
- जानो नहीं जिस गाँव में / गिरिधर