भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
पेड़ तन कर भी नहीं टूटा / जहीर कुरैशी से जुड़े हुए पृष्ठ
Kavita Kosh से
नीचे दिये हुए पृष्ठ पेड़ तन कर भी नहीं टूटा / जहीर कुरैशी से जुडते हैं:
देखें (पिछले 50 | अगले 50) (20 | 50 | 100 | 250 | 500)- जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- वो हिम्मत करके पहले अपने अन्दर से निकलते हैं / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- द्वन्द्व के ज्वार बदले नहीं / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- अब ‘आटोग्राफ़’ की लत बन गई है / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- जो भी कहना था वो अनकहा रह गया / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- सपनों की भाव-भूमि को तैयार कर गई / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- कम करती है गर्मी की मनमानी को / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- भूख लगती है समय पर प्यास लगती है/ जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- समय की व्यूह रचनाओं में उलझे / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- सुख तो हम तक न आए कभी / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- सुनामी लहरों की तैयारियाँ बताती हैं / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- कामनाओं की तलवार से / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)