भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"पंकज चतुर्वेदी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Roysanjoy99 (चर्चा | योगदान) |
Sharda suman (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 13: | पंक्ति 13: | ||
}} | }} | ||
{{KKCatUttarPradesh}} | {{KKCatUttarPradesh}} | ||
− | + | ====कविता संग्रह==== | |
* '''[[एक सम्पूर्णता के लिए / पंकज चतुर्वेदी]]''' (1998), | * '''[[एक सम्पूर्णता के लिए / पंकज चतुर्वेदी]]''' (1998), | ||
* '''[[ एक ही चेहरा (कविता संग्रह) / पंकज चतुर्वेदी]]''' (2006) | * '''[[ एक ही चेहरा (कविता संग्रह) / पंकज चतुर्वेदी]]''' (2006) | ||
− | + | ====कविता==== | |
− | + | ||
* [[आते हैं / पंकज चतुर्वेदी]] | * [[आते हैं / पंकज चतुर्वेदी]] | ||
* [[आम / पंकज चतुर्वेदी]] | * [[आम / पंकज चतुर्वेदी]] | ||
पंक्ति 41: | पंक्ति 40: | ||
* [[न मेरे पास / पंकज चतुर्वेदी]] | * [[न मेरे पास / पंकज चतुर्वेदी]] | ||
* [[कुछ चीज़ें अब भी अच्छी हैं / पंकज चतुर्वेदी]] | * [[कुछ चीज़ें अब भी अच्छी हैं / पंकज चतुर्वेदी]] | ||
− |
10:03, 6 सितम्बर 2013 का अवतरण
पंकज चतुर्वेदी
जन्म | 24 अगस्त 1971 |
---|---|
जन्म स्थान | इटावा, उत्तर प्रदेश |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
एक सम्पूर्णता के लिए (1998), एक ही चेहरा (2006) | |
विविध | |
भारत भूषण अग्रवाल पुरस्कार (1994), देवीशंकर अवस्थी पुरस्कार (2003) सहित अनेक प्रतिष्ठित सम्मान और पुरस्कार से सम्मानित | |
जीवन परिचय | |
पंकज चतुर्वेदी / परिचय |
कविता संग्रह
कविता
- आते हैं / पंकज चतुर्वेदी
- आम / पंकज चतुर्वेदी
- सरकारी हिन्दी / पंकज चतुर्वेदी
- जाति के लिए / पंकज चतुर्वेदी
- वह इतना निजी / पंकज चतुर्वेदी
- एक स्वप्न का आख्यान / पंकज चतुर्वेदी
- फँस गये हैं / पंकज चतुर्वेदी
- कला का समय / पंकज चतुर्वेदी
- मोक्ष / पंकज चतुर्वेदी
- पुलिस की गाड़ी / पंकज चतुर्वेदी
- तीन बातें / पंकज चतुर्वेदी
- आखिरी बात / पंकज चतुर्वेदी
- मुसीबत में / पंकज चतुर्वेदी
- पांच महीने के अपने बच्चे से बातचीत के बहाने / पंकज चतुर्वेदी
- निरावरण वह / पंकज चतुर्वेदी
- प्रेम / पंकज चतुर्वेदी
- इसी कोलाहल में / पंकज चतुर्वेदी
- तुम मुझे मिलीं / पंकज चतुर्वेदी
- एक ही चेहरा / पंकज चतुर्वेदी
- पहला सफ़ेद बाल / पंकज चतुर्वेदी
- सन्ध्या / पंकज चतुर्वेदी
- न मेरे पास / पंकज चतुर्वेदी
- कुछ चीज़ें अब भी अच्छी हैं / पंकज चतुर्वेदी