भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"राजेश चड्ढ़ा" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
||
| पंक्ति 20: | पंक्ति 20: | ||
* [[किस से रूठें किस से बोलें / राजेश चड्ढा]] | * [[किस से रूठें किस से बोलें / राजेश चड्ढा]] | ||
* [[मेरे सामर्थ्य को चुनौती मत दो / राजेश चड्ढा]] | * [[मेरे सामर्थ्य को चुनौती मत दो / राजेश चड्ढा]] | ||
| − | * [[ / राजेश चड्ढा]] | + | * [[शर्त पर आपने हाथों में मेरे हाथ दिया / राजेश चड्ढा]] |
* [[ / राजेश चड्ढा]] | * [[ / राजेश चड्ढा]] | ||
* [[ / राजेश चड्ढा]] | * [[ / राजेश चड्ढा]] | ||
| पंक्ति 29: | पंक्ति 29: | ||
* [[ / राजेश चड्ढा]] | * [[ / राजेश चड्ढा]] | ||
</sort> | </sort> | ||
| + | {{KKGlobal}} | ||
| + | {{KKRachna | ||
| + | |रचनाकार=राजेश चड्ढा | ||
| + | |संग्रह= | ||
| + | }} | ||
| + | {{KKCatGhazal}} | ||
| + | <poem> | ||
| + | मेरे सामर्थ्य को चुनौती मत दो, | ||
| + | दर्द में बेशक कटौती मत दो । | ||
| + | |||
| + | बंधक है मेरे पास ख़ुदगर्ज़ी आपकी, | ||
| + | मुझे सहानुभूति की फ़िरौती मत दो । | ||
| + | |||
| + | रोशनी उधार की घर चाट जाएगी, | ||
| + | अपने नाम की रंगीन ज्योति मत दो । | ||
| + | |||
| + | छीन कर खाने की तुम्हें आदत है, | ||
| + | मेरे मासूम से बच्चे को रोटी मत दो । | ||
| + | </poem> | ||
01:33, 15 जुलाई 2010 का अवतरण
राजेश चड्ढा
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
| जन्म | 18 जनवरी 1963 |
|---|---|
| जन्म स्थान | हनुमानगढ़, राजस्थान, भारत |
| कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
| विविध | |
| जीवन परिचय | |
| राजेश चड्ढा / परिचय | |
<sort order="asc" class="ul">
- तुम्हीं तलाशो तुम्हें तलाश-ए-सहर होगी / राजेश चड्ढा
- कश्ती का मुसाफ़िर हूँ, उस पार उतरना है / राजेश चड्ढा
- आदमी और आदमी की जात देखिए / राजेश चड्ढा
- आज फिर वो पुरानी कहानी याद आई / राजेश चड्ढा
- बीज बोया है फसल काटेंग / राजेश चड्ढा
- किस से रूठें किस से बोलें / राजेश चड्ढा
- मेरे सामर्थ्य को चुनौती मत दो / राजेश चड्ढा
- शर्त पर आपने हाथों में मेरे हाथ दिया / राजेश चड्ढा
- / राजेश चड्ढा
- / राजेश चड्ढा
- / राजेश चड्ढा
- / राजेश चड्ढा
- / राजेश चड्ढा
- / राजेश चड्ढा
- / राजेश चड्ढा
</sort>
मेरे सामर्थ्य को चुनौती मत दो,
दर्द में बेशक कटौती मत दो ।
बंधक है मेरे पास ख़ुदगर्ज़ी आपकी,
मुझे सहानुभूति की फ़िरौती मत दो ।
रोशनी उधार की घर चाट जाएगी,
अपने नाम की रंगीन ज्योति मत दो ।
छीन कर खाने की तुम्हें आदत है,
मेरे मासूम से बच्चे को रोटी मत दो ।

