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+ | * [[वो सब क़िस्से वो सब फ़रियाद भी देखा करेंगे / प्रणव मिश्र 'तेजस']] | ||
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+ | * [[ख़ामुशी की धुन पे तन्हा रक़्स करती रात है / प्रणव मिश्र 'तेजस']] |
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प्रणव मिश्र 'तेजस'
© कॉपीराइट: प्रणव मिश्र 'तेजस'। कविता कोश के पास संकलन की अनुमति है। इन रचनाओं का प्रयोग प्रणव मिश्र 'तेजस' की अनुमति के बिना कहीं नहीं किया जा सकता।
जन्म | 25 जून 1999 |
---|---|
जन्म स्थान | लखीमपुर-खीरी |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
तीरगी की खाट पर | |
विविध | |
काशी हिन्दू विश्व-विद्यालय अध्ययनरत | |
जीवन परिचय | |
प्रणव मिश्र 'तेजस' / परिचय |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- हमारी रूह को बेघर किया तुमने / प्रणव मिश्र 'तेजस'
- गुमशुदा / प्रणव मिश्र 'तेजस'
- रात (दोहे) / प्रणव मिश्र 'तेजस'
- यार के धोके में फिर से आ गईं तनहाइयाँ / प्रणव मिश्र 'तेजस'
- सदा देकर बुलायेगा तो रुक-रुक के चलेंगे हम / प्रणव मिश्र 'तेजस'
- खोया हुआ दिमाग़ है वहशत है और तू / प्रणव मिश्र 'तेजस'
- सरे-शब कोई जब हमारा गया है / प्रणव मिश्र 'तेजस'
- दोनों जहां से जंग किये जा रहे हैं लोग / प्रणव मिश्र 'तेजस'
- हर सू तेरा किस्सा रक्खा / प्रणव मिश्र 'तेजस'
- रफ़्ता-रफ़्ता चीख़ना, आराम हो जाने के बाद / प्रणव मिश्र 'तेजस'
- अँधेरा हो चुका था शाम से पहले / प्रणव मिश्र 'तेजस'
- वो सब क़िस्से वो सब फ़रियाद भी देखा करेंगे / प्रणव मिश्र 'तेजस'
- हम तो हैं आसमाँ के ख़सारे ज़मीन पर / प्रणव मिश्र 'तेजस'
- तन्हा सफ़र है और है यादों की क़ब्रगाह / प्रणव मिश्र 'तेजस'
- ख़ामुशी की धुन पे तन्हा रक़्स करती रात है / प्रणव मिश्र 'तेजस'