भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"अशोक रावत" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
(→प्रतिनिधि रचनाएँ) |
Sharda suman (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 12: | पंक्ति 12: | ||
}} | }} | ||
{{KKCatUttarPradesh}} | {{KKCatUttarPradesh}} | ||
− | + | ====ग़ज़ल संग्रह==== | |
− | + | ||
− | + | ||
* '''[[थोड़ा सा ईमान / अशोक रावत]]''' | * '''[[थोड़ा सा ईमान / अशोक रावत]]''' | ||
− | + | ====प्रतिनिधि ग़ज़लें==== | |
− | + | ||
− | ====प्रतिनिधि | + | |
* [[जब देखो तब हाथ में ख़ंजर रहता है, / अशोक रावत]] | * [[जब देखो तब हाथ में ख़ंजर रहता है, / अशोक रावत]] | ||
* [[वो समय वो ज़माना रहा ही नहीं / अशोक रावत]] | * [[वो समय वो ज़माना रहा ही नहीं / अशोक रावत]] | ||
* [[ये तो है कि घर को हम बचा नहीं सके, / अशोक रावत]] | * [[ये तो है कि घर को हम बचा नहीं सके, / अशोक रावत]] | ||
− | * [[ | + | * [[संघर्षो की गाथा है, पीड़ा का गान नहीं / अशोक रावत]] |
* [[ज़ुबां पर फूल होते हैं, ज़हन में ख़ार होते हैं, / अशोक रावत]] | * [[ज़ुबां पर फूल होते हैं, ज़हन में ख़ार होते हैं, / अशोक रावत]] | ||
* [[शिकायत ये कि मैं उसकी इबादत क्यों नहीं करता, / अशोक रावत]] | * [[शिकायत ये कि मैं उसकी इबादत क्यों नहीं करता, / अशोक रावत]] | ||
पंक्ति 42: | पंक्ति 38: | ||
* [[न गाँधी पर भरोसा है न गौतम पर भरोसा है / अशोक रावत]] | * [[न गाँधी पर भरोसा है न गौतम पर भरोसा है / अशोक रावत]] | ||
* [[हर शटर पर आज फिर ताले नज़र आये / अशोक रावत]] | * [[हर शटर पर आज फिर ताले नज़र आये / अशोक रावत]] | ||
− |
22:45, 17 जनवरी 2015 का अवतरण
अशोक रावत
जन्म | 15 नवम्बर 1953 |
---|---|
जन्म स्थान | मथुरा |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
थोड़ा सा ईमान,(ग़ज़ल संग्रह), | |
विविध | |
उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान की पत्रिका “साहित्य भारती” के ग़ज़ल विषेशांक का सम्पादन | |
जीवन परिचय | |
अशोक रावत / परिचय |
ग़ज़ल संग्रह
प्रतिनिधि ग़ज़लें
- जब देखो तब हाथ में ख़ंजर रहता है, / अशोक रावत
- वो समय वो ज़माना रहा ही नहीं / अशोक रावत
- ये तो है कि घर को हम बचा नहीं सके, / अशोक रावत
- संघर्षो की गाथा है, पीड़ा का गान नहीं / अशोक रावत
- ज़ुबां पर फूल होते हैं, ज़हन में ख़ार होते हैं, / अशोक रावत
- शिकायत ये कि मैं उसकी इबादत क्यों नहीं करता, / अशोक रावत
- इसलिये कि सीरत ही एक सी नहीं होती / अशोक रावत
- हमारी चेतना पर आँधियाँ हाबी न हो जायें / अशोक रावत
- डर मुझे भी लगा फ़ासला देखकर / अशोक रावत
- न ये तूफ़ान ही अपने कभी तेवर बदलते हैं / अशोक रावत
- सूरज करता ही क्यों है संकोच अँधेरों से / अशोक रावत
- बंदूकों से प्रश्न कभी हल होते हैं, / अशोक रावत
- रिश्ते हैं पर ठेस लगानेवाले हैं / अशोक रावत
- खुले आकाश में उड़ने की चाहत क्यों नहीं करते / अशोक रावत
- क्यों छोटी छोटी बातों पर चौपल बिठाई जाती है, / अशोक रावत
- हवाला इस तरह आया मेरा घर की कहानी में / अशोक रावत
- ख़ुद को जाने हम कैसे कैसे समझाते हैं / अशोक रावत
- हाँ अकेला हूँ मगर इतना नहीं, / अशोक रावत
- ये सच है इक मुद्दत से मैं अंधकार में हूँ / अशोक रावत
- सीरतों पर कौन इतना ध्यान देता है, / अशोक रावत
- भले ही उम्र भर कच्चे मकानों में रहे / अशोक रावत
- न गाँधी पर भरोसा है न गौतम पर भरोसा है / अशोक रावत
- हर शटर पर आज फिर ताले नज़र आये / अशोक रावत