भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"आरज़ू लखनवी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 18: पंक्ति 18:
 
*[[ क्यों किसी रहबर से पूछूँ अपनी मंज़िल का पता / आरज़ू लखनवी ]]
 
*[[ क्यों किसी रहबर से पूछूँ अपनी मंज़िल का पता / आरज़ू लखनवी ]]
 
*[[ नैरंगियाँ चमन की तिलिस्मे-फ़रेब हैं / आरज़ू लखनवी ]]
 
*[[ नैरंगियाँ चमन की तिलिस्मे-फ़रेब हैं / आरज़ू लखनवी ]]
*[[ / आरज़ू लखनवी ]]
+
*[[ दो घड़ी को दे दे कोई अपनी आँखों की जो नींद / आरज़ू लखनवी ]]

23:07, 23 सितम्बर 2009 का अवतरण