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निकअलाय ज़बअलोत्स्की
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निकअलाय ज़बअलोत्स्की
जन्म | 07 मई 1903 |
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निधन | 14 अक्तूबर 1958 |
उपनाम | Николай Алексеевич Заболоцкий |
जन्म स्थान | किज़ीचिस्कया स्लाबअदा, कज़ान, रूस |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
कॉलम (1929), रहस्यमयी नगर (1929), कविता की दूसरी किताब (1937) और 40 अन्य कविता-संग्रह | |
विविध | |
दस साल की उम्र में ही कविता लिखना शुरू कर दिया था। प्रारम्भिक कविताओं पर प्रतीकवाद और कवि ब्लोक का प्रभाव। बाद में व्यंग्यात्मक कविताएँ लिखने लगे। 1938 में ’सोवियत जनता के शत्रु’ के रूप में सोवियत-विरोधी लेखन के लिए गिरफ़्तार करके उन्हें यातना-शिविर में भेज दिया गया। जहाँ से मार्च 1944 में छूटने के बाद 1946 से मास्को में रहने लगे। | |
जीवन परिचय | |
निकअलाय ज़बअलोत्स्की / परिचय |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
”’अनिल जनविजय द्वारा अनूदित”’
- स्मृति / निकअलाय ज़बअलोत्स्की / अनिल जनविजय
- इनसानी चेहरों की ख़ूबसूरती / निकअलाय ज़बअलोत्स्की / अनिल जनविजय
- पुरानी कहानी / निकअलाय ज़बअलोत्स्की / अनिल जनविजय
- प्रणय निवेदन / निकअलाय ज़बअलोत्स्की / अनिल जनविजय
- सर्दियों के इन शानदार दिनों में / निकअलाय ज़बअलोत्स्की / अनिल जनविजय
- हरी किरण / निकअलाय ज़बअलोत्स्की / अनिल जनविजय
- वसीयत / निकअलाय ज़बअलोत्स्की / अनिल जनविजय
”’वरयाम सिंह द्वारा अनूदित”’
- कायान्तरण / निकअलाय ज़बअलोत्स्की / वरयाम सिंह
- प्रकृति में तलाश नहीं सामंजस्य की / निकअलाय ज़बअलोत्स्की / वरयाम सिंह
- वसीयत / निकअलाय ज़बअलोत्स्की / वरयाम सिंह
- स्मृतियाँ / निकअलाय ज़बअलोत्स्की / वरयाम सिंह
- घोड़े का चेहरा / निकअलाय ज़बअलोत्स्की / वरयाम सिंह
- जो कुछ भी था हृदय में / निकअलाय ज़बअलोत्स्की / वरयाम सिंह
- असफल व्यक्ति / निकअलाय ज़बअलोत्स्की / वरयाम सिंह