लोकरत्न पंत गुमानी
जन्म | 10 मार्च 1790 |
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उपनाम | गुमानी |
जन्म स्थान | काशीपुर, शहीद उधम सिंह नगर, उत्तराखंड, भारत । |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
राम महिमा वर्णन, गंगा शतक, कृष्णाष्टक, चित्र पद्यावली, रामाष्टक, ज्ञान भैषज्य मंजरी, शतोपदेश, नीतिशतक, रामनाम पञ्च पंचाशिका | |
विविध | |
कुमाउ के लोककवि । कुमाउनी और नेपाली के प्रथम कवि। | |
जीवन परिचय | |
गुमानी / परिचय |
- वनै वनै काफल किलमड़ौ छ / गुमानी
- दूर विलायत जल का रास्ता करा जहाज सवारी है / गुमानी
- विद्या की जो बढती होती, फूट ना होती राजन में / गुमानी
- खासे कपड़े सोने के तो बने बनाये तोड़े लो / गुमानी
- यहाँ ढेला नद्दी, उत बहत गंगा निकट में / गुमानी
- बाजे लोक त्रिलोक नाथ शिव की पूजा करें तो करें / गुमानी
- विष्णु देवाल उखाड़ा ऊपर बंगला बना खरा / गुमानी
- उत्तर दिशि में वन उपवन हिसालू काफल किल्मोड़ा / गुमानी
- हटो फिरंगी हटो यहाँ से / गुमानी
- जजमान भोला परपंचि नारी / गुमानी
- दिन-दिन खजाना का भार का बोकिया ले / गुमानी
- विलायत से चला फिरंगी पहले पहुँचा कलकत्ते…. / गुमानी
- हलिया हाथ पड़ो कठिन लै है गेछ दिन धोपरी…. / गुमानी
- चंदन कर्दम कलहे भेको मध्यस्थतापन्नः / गुमानी
- सुरंगतटी रसखानमही धनकोशभरी यहु नाम रह्यो / गुमानी
- शिरसि जटाजूटं विभ्रत् कौपीनंघृतवान् / गुमानी
- छोटे पे पोशाक बड़े पे ना धोती ना टोपी है / गुमानी
- आई रहा कलि भूतल में छाई रहा सब पाप निशानी / गुमानी
- कथावाले सस्ते फिरत धर पोथी बगल में / गुमानी
- / गुमानी
- / गुमानी