मृदुला झा
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जन्म | 05 दिसंबर 1946 |
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जन्म स्थान | वनद्वार, बेगूसराय, बिहार |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
मृदुला झा / परिचय |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- है बड़ा दिलकश नजारा पफाग का / मृदुला झा
- दोस्ती अपनी कभी टूटे नहीं / मृदुला झा
- कब से पुकारती है तुमको तुम्हारी दुनिया / मृदुला झा
- क्या गजब रंग है आत्म विश्वास का / मृदुला झा
- छुम छननन छन गाये पयलिया / मृदुला झा
- वक्त की दुरियां दरमियां आ गई / मृदुला झा
- लड़ना-भिड़ना है बेकार / मृदुला झा
- दिन बीते बेगारी में / मृदुला झा
- कभी मत छेड़ वो बातें वो मंजर याद आता है / मृदुला झा
- मन का दर्पण दरक गया / मृदुला झा
- ‘पूफल ही पूफल नहीं जीवन में काँटे भी स्वीकार करें / मृदुला झा
- हुस्ने बहारा आकर मिल / मृदुला झा
- उमड़-घुमड़ घन गरजे बदरा / मृदुला झा
- [[ नेकी का कुछ काम कर
दिन महीने साल उनको याद ही करते रहे / मृदुला झा]]
- मीत मन से मन मिला तू और स्वर से स्वर मिला / मृदुला झा
- करूँ आज कैसे विदाई तुम्हारी / मृदुला झा
- कितना निर्मल है मन उसका / मृदुला झा
- रफ्रता-रफ्रता जिन्दगी कटती गई / मृदुला झा
- आज गाने को जी चाहता है / मृदुला झा
- पूनम की चाँदनी में बगिया नहा रही है / मृदुला झा
- जब मैं नहीं रहूँगी इस अंजुमन में तेरे / मृदुला झा
- आदमी खुद को ही झुठलाता रहा / मृदुला झा
- जीवन में श्रम करना है / मृदुला झा
- जान पर है आ बनी कुछ बात बढ़नी चाहिए / मृदुला झा
- पल भर भी गर जी लें साथ / मृदुला झा
- ताज के बचाव का सवाल है / मृदुला झा
- जिये हम बहुत चाहतों के लिए / मृदुला झा