पद
- पल भर नहीं छोड़ते प्यारे / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- कान्ह बर मेरे जीवन-प्रान / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- बिछुरे होयँ जु मिलैं प्रान-धन / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- सरबस छीन लै गयौ मेरौ वो / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- पता नहीं कुछ रात-दिवस का / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- सखि! क्या हुआ मुझे / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- सुनौ सखि! यह अनुभव की बात / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- नैन-मन जब तैं आइ बसे / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- सखी री! यह अनुभव की बात / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- निरखि सखि! मोहन की मुसकान / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- सखी! हौं स्याम-रंग-रँगी / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- सखी! हौं प्रीतम-प्रीति पगी / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- प्रियतम मेरे, मैं प्रियतम की / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- रूप अनूप सुधा-रस-सागर / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- स्याम-सो साँचौ स्नेही कौन / हनुमानप्रसाद पोद्दार