भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Delete these please

Kavita Kosh से
Sandeep Sethi (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:59, 28 फ़रवरी 2010 का अवतरण

यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

कृपया कर इन पन्नों को निकाल दें

ऐ मेरे हमसफ़र / छबीली
मिल के बिछुड़ गईं अँखियाँ / रतन
हमें भूल मत जइयो राजा जी! / बाबर
गरज-गरज शोर करत.../ बरसात
दिल की धड़कन बना लिया उनको / मुमताज महल
पनघट पे मुरलिया बाजे / इशारा
आता लबों पे नाम तेरा / प्रतिमा
काली घटा छाई / पन्ना
भोले मुसाफ़िर इतना तो जान / माँ-बाप
बढ़ते चलो, बढ़ते चलो, बढ़ते चलो जवानो / हमराही
मैं पंछी आज़ाद / तदबीर
हमसे क्या पूछते हो / लेडी डाक्टर
रुक जा रात ठहर जा रे चंदा / दिल एक मंदिर
खेलो ना मेरे दिल से / हक़ीक़त
मेघा छाए आधी रात / शर्मीली
रहें ना रहें हम, महका करेंगे बन के कली / ममता
जिस दिल में बसा था प्यार तेरा / सहेली
मुझ को इस रात की तनहाई में आवाज़ न दो / दिल भी तेरा हम भी तेरे
अब के बरस भेज भैया को बाबुल / बंदिनी
ओ पंछी प्यारे सांझ सखारे / बंदिनी
जोगी जबसे तू आया मेरे दवारे / बंदिनी
मोरा गोरा अंग लइ ले / बंदिनी
ओ जानेवाले हो सके तो लौट के आना / बंदिनी
मेरे साजन हैं उस पार / बंदिनी
ऐ मेरे दिल कहीं और चल / दाग़
बुझ गये ग़म की हवा से / दाग़
जब भी जी चाहे नई दुनिया / दाग़
मेरे दिल में आज क्या है / दाग़
कहाँ जाते हो / नया ज़माना
मिला दिल मिलके टूटा जा रहा है / फ़रेब
प्रीत में है जीवन /दुश्मन
कश लगा /नो स्मोकिंग
पुकारता चला हूँ मैँ / मेरे सनम
चैन से हमको कभी आपने जीने ना दिया / प्राण जाये पर वचन ना जाये
दिल का हाल सुने दिलवाला / श्री ४२०
ईचक दाना बीचक दाना / श्री ४२०
रमय्या वस्तावय्या / श्री ४२०
मेरा जूता है जापानी / श्री ४२०
मुड़ मुड़ के न देख / श्री ४२०
प्यार हुआ इक़रार हुआ / श्री ४२०
एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा / १९४२ ऐ लव स्टोरी
कुछ न कहो कुछ भी न कहो / १९४२ ऐ लव स्टोरी
रिम झिम रिम झिम / १९४२ ऐ लव स्टोरी
रूठ न जाना तुम से कहूँ तो / १९४२ ऐ लव स्टोरी
ये सफ़र बहुत है कठिन मगर / १९४२ ऐ लव स्टोरी
ऐ हवा कुछ तो बता / माचिस
भेज कहार पिया जी बुला लो / माचिस