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आईना-दर-आईना / डी. एम. मिश्र से जुड़े हुए पृष्ठ
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देखें (पिछले 50 | अगले 50) (20 | 50 | 100 | 250 | 500)- जुल्म की दीवार उठ कर तोड़ दो / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- ज़िंदगी में जब ग़मों का दायरा बढ़ने लगा / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- बात को साफ कहो, सीधे कहो / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- भटक रही है जो रूह मेरी कभी इस मकाँ, कभी उस मकाँ / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- तुम इतने खूसूरत हो कि बरबस आँख टिक जाये / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- साकी नही तो जाम क्या / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- गर जा रहे हैं आप तो कुछ कहके जाइये / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- माना तेरे होठों पे खुशियों के तराने हैं / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- छल-फ़रेबों से निकलकर देखें / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- दिल जो घूमा करता था आवारा-सा / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- दर्द में डूबा हुआ कोई ख़जाना तो हो / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- बड़े-बड़े पर्वत, पहाड़ देखे हैं जो वीरान बने / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- हम भारत के भाग्य-विधाता मतदाता चिरकुट आबाद / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- तेरे जाने पर भी तेरी याद न मन से जाती है / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- जेा भी है जैसी भी है अपनी सँवारो ज़िंदगी / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- लाख काँटे हैं यहाँ पर फूल हैं, कलियाँ भी हैं / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)