भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"धनंजय सिंह" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (→नवगीत-संग्रह) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (→प्रतिनिधि नवगीत) |
||
(इसी सदस्य द्वारा किये गये बीच के 3 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 18: | पंक्ति 18: | ||
====प्रतिनिधि नवगीत==== | ====प्रतिनिधि नवगीत==== | ||
− | |||
− | |||
* [[आत्म-निर्वासन / धनंजय सिंह]] | * [[आत्म-निर्वासन / धनंजय सिंह]] | ||
+ | * [[आ न सकूँगा / धनंजय सिंह]] | ||
+ | * [[आने को है आज फिर आँधी संग तूफ़ान / धनंजय सिंह]] | ||
+ | * [[उग आई नागफनी / धनंजय सिंह]] | ||
+ | * [[कक्षा से भटका हुआ उपग्रह हूँ / धनंजय सिंह]] | ||
+ | * [[कोई उजली, भीगी बदली आकर कन्धे पर झुक जाए / धनंजय सिंह]] | ||
+ | * [[कौन चुनौती स्वीकारेगा ? / धनंजय सिंह]] | ||
+ | * [[चन्दन-वन महकने लगा / धनंजय सिंह]] | ||
+ | * [[जंगल उग आए / धनंजय सिंह]] | ||
* [[ज्यों डूबे जहाज का पंछी / धनंजय सिंह]] | * [[ज्यों डूबे जहाज का पंछी / धनंजय सिंह]] | ||
+ | * [[जाने क्यों शहर बहुत दूर है / धनंजय सिंह]] | ||
+ | * [[झाँकते हैं फिर नदी में पेड़ / धनंजय सिंह]] | ||
+ | * [[तो तुम्हीं कहो / धनंजय सिंह]] | ||
+ | * [[दिन क्यों बीत गए / धनंजय सिंह]] | ||
+ | * [[दीपक जलाने आ गए हैं / धनंजय सिंह]] | ||
+ | * [[ध्वन्यालोकी प्रियंवदाएँ / धनंजय सिंह]] | ||
+ | * [[नील-कमल-ताल पर उतर गए चीलों के झुण्ड / धनंजय सिंह]] | ||
* [[फूटा गीत नया / धनंजय सिंह]] | * [[फूटा गीत नया / धनंजय सिंह]] | ||
* [[बन्द है नीली झील का हिलना / धनंजय सिंह]] | * [[बन्द है नीली झील का हिलना / धनंजय सिंह]] | ||
+ | * [[बहुत दूर डूबी पदचाप / धनंजय सिंह]] | ||
+ | * [[बेच दिए हैं मीठे सपने / धनंजय सिंह]] | ||
+ | * [[मौन की चादर / धनंजय सिंह]] | ||
+ | * [[याद एक गुनगुनाती हुई ख़ुशबू की / धनंजय सिंह]] | ||
* [[रोम-रोम में सावन मुसकाने लगा / धनंजय सिंह]] | * [[रोम-रोम में सावन मुसकाने लगा / धनंजय सिंह]] | ||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
* [[लौटना पड़ेगा फिर-फिर घर / धनंजय सिंह]] | * [[लौटना पड़ेगा फिर-फिर घर / धनंजय सिंह]] | ||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
* [[लौटना पड़ेगा फिर-फिर घर / धनंजय सिंह]] | * [[लौटना पड़ेगा फिर-फिर घर / धनंजय सिंह]] | ||
− | * [[ | + | * [[सुबह-सुबह सूरज ने पूछा / धनंजय सिंह]] |
− | * [[ | + | * [[स्वप्निल आकांक्षा / धनंजय सिंह]] |
− | + | ||
* [[कुछ क्षणिकाएँ / धनंजय सिंह]] | * [[कुछ क्षणिकाएँ / धनंजय सिंह]] | ||
* [[मौसम के कागज़ पर / धनंजय सिंह]] | * [[मौसम के कागज़ पर / धनंजय सिंह]] | ||
* [[नहीं झुकता, झुकाता भी नहीं हूँ / धनंजय सिंह]] | * [[नहीं झुकता, झुकाता भी नहीं हूँ / धनंजय सिंह]] | ||
− | * [[ | + | * [[दूर कहीं वंशी बजी लगी झमकने झाँझ / धनंजय सिंह]] |
+ | * [[याद एक गुनगुनाती हुई ख़ुशबू की / धनंजय सिंह]] |
01:11, 26 मई 2024 के समय का अवतरण
धनंजय सिंह
जन्म | 29 अक्तूबर 1945 |
---|---|
जन्म स्थान | ग्राम अरनिया, ज़िला बुलन्दशहर, उत्तरप्रदेश, भारत। |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
पलाश दहके हैं, दिन क्यों बीत गए ( दोनों नवगीत-संग्रह) | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
धनंजय सिंह / परिचय |
नवगीत-संग्रह
प्रतिनिधि नवगीत
- आत्म-निर्वासन / धनंजय सिंह
- आ न सकूँगा / धनंजय सिंह
- आने को है आज फिर आँधी संग तूफ़ान / धनंजय सिंह
- उग आई नागफनी / धनंजय सिंह
- कक्षा से भटका हुआ उपग्रह हूँ / धनंजय सिंह
- कोई उजली, भीगी बदली आकर कन्धे पर झुक जाए / धनंजय सिंह
- कौन चुनौती स्वीकारेगा ? / धनंजय सिंह
- चन्दन-वन महकने लगा / धनंजय सिंह
- जंगल उग आए / धनंजय सिंह
- ज्यों डूबे जहाज का पंछी / धनंजय सिंह
- जाने क्यों शहर बहुत दूर है / धनंजय सिंह
- झाँकते हैं फिर नदी में पेड़ / धनंजय सिंह
- तो तुम्हीं कहो / धनंजय सिंह
- दिन क्यों बीत गए / धनंजय सिंह
- दीपक जलाने आ गए हैं / धनंजय सिंह
- ध्वन्यालोकी प्रियंवदाएँ / धनंजय सिंह
- नील-कमल-ताल पर उतर गए चीलों के झुण्ड / धनंजय सिंह
- फूटा गीत नया / धनंजय सिंह
- बन्द है नीली झील का हिलना / धनंजय सिंह
- बहुत दूर डूबी पदचाप / धनंजय सिंह
- बेच दिए हैं मीठे सपने / धनंजय सिंह
- मौन की चादर / धनंजय सिंह
- याद एक गुनगुनाती हुई ख़ुशबू की / धनंजय सिंह
- रोम-रोम में सावन मुसकाने लगा / धनंजय सिंह
- लौटना पड़ेगा फिर-फिर घर / धनंजय सिंह
- लौटना पड़ेगा फिर-फिर घर / धनंजय सिंह
- सुबह-सुबह सूरज ने पूछा / धनंजय सिंह
- स्वप्निल आकांक्षा / धनंजय सिंह
- कुछ क्षणिकाएँ / धनंजय सिंह
- मौसम के कागज़ पर / धनंजय सिंह
- नहीं झुकता, झुकाता भी नहीं हूँ / धनंजय सिंह
- दूर कहीं वंशी बजी लगी झमकने झाँझ / धनंजय सिंह
- याद एक गुनगुनाती हुई ख़ुशबू की / धनंजय सिंह