भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"पद-रत्नाकर / हनुमानप्रसाद पोद्दार" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(पद)
पंक्ति 18: पंक्ति 18:
 
* [[रसिक स्याम की जो सदा रसमय जीवनमूरि / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]
 
* [[रसिक स्याम की जो सदा रसमय जीवनमूरि / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]
 
* [[बंदौं राधा-पद-रज पावन / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]
 
* [[बंदौं राधा-पद-रज पावन / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]
* [[जिन लक्ष्मीकी रूप-माधुरी / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]
+
* [[जिन लक्ष्मी की रूप-माधुरी / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]
 
* [[जिन श्रीराधा के करैं नित श्रीहरि गुन गान / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]
 
* [[जिन श्रीराधा के करैं नित श्रीहरि गुन गान / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]
 
* [[स्वामिनी हे बृषभानु-दुलारि / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]
 
* [[स्वामिनी हे बृषभानु-दुलारि / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]

17:43, 3 दिसम्बर 2013 का अवतरण

पद-रत्नाकर
Pad-ratnakar-hanuman-prasad-poddar.jpg
रचनाकार हनुमानप्रसाद पोद्दार
प्रकाशक गीता-प्रेस
वर्ष
भाषा
विषय
विधा
पृष्ठ
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।

पद