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* [[यहाँ किसी को भी कुछ हस्ब-ए-आरज़ू न मिला / 'ज़फ़र' इक़बाल]] | * [[यहाँ किसी को भी कुछ हस्ब-ए-आरज़ू न मिला / 'ज़फ़र' इक़बाल]] | ||
− | + | * [[रात फिर आएगी, फिर ज़ेहन के दरवाज़े पर / 'ज़फ़र' इक़बाल]] | |
+ | * [[जिस्म जो चाहता है, उससे जुदा लगती हो / 'ज़फ़र' इक़बाल]] | ||
+ | * [[कोई सूरत निकलती क्यों नहीं है / 'ज़फ़र' इक़बाल]] | ||
+ | * [[जिस से चाहा था, बिखरने से बचा ले मुझको / 'ज़फ़र' इक़बाल]] | ||
+ | * [[खोलिए आँख तो मंज़र है नया और बहुत / 'ज़फ़र' इक़बाल]] |
16:16, 18 सितम्बर 2014 का अवतरण
'ज़फ़र' इक़बाल
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जन्म | 1933 |
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जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
'ज़फ़र' इक़बाल / परिचय |
- अभी आखें खुली हैं और क्या क्या / 'ज़फ़र' इक़बाल
- बस एक बार किसी ने गले लगाया था / 'ज़फ़र' इक़बाल
- चलो इतनी तो आसानी रहेगी / 'ज़फ़र' इक़बाल
- चमकती वुसअतों में जो गुल-ए-सहरा / 'ज़फ़र' इक़बाल
- जहाँ मेरे न होने का निशाँ फैला हुआ है / 'ज़फ़र' इक़बाल
- कब वो ज़ाहिर होगा और हैरान कर / 'ज़फ़र' इक़बाल
- ख़ामोशी अच्छी नहीं इंकार होना चाहिए / 'ज़फ़र' इक़बाल
- खींच लाई है यहाँ लज़्ज़त-ए-आज़ार / 'ज़फ़र' इक़बाल
- ख़ुशी मिली तो ये आलम था / 'ज़फ़र' इक़बाल
- मैं भी शरीक-ए-मर्ग हूँ मर मेरे सामने / 'ज़फ़र' इक़बाल
- मक़बूल-ए-अवाम हो गया मैं / 'ज़फ़र' इक़बाल
- मिलूँ उस से तो मिलने की निशानी माँग / 'ज़फ़र' इक़बाल
- उसी से आए हैं आशोब आसमाँ वाले / 'ज़फ़र' इक़बाल
- यहाँ किसी को भी कुछ हस्ब-ए-आरज़ू न मिला / 'ज़फ़र' इक़बाल
- रात फिर आएगी, फिर ज़ेहन के दरवाज़े पर / 'ज़फ़र' इक़बाल
- जिस्म जो चाहता है, उससे जुदा लगती हो / 'ज़फ़र' इक़बाल
- कोई सूरत निकलती क्यों नहीं है / 'ज़फ़र' इक़बाल
- जिस से चाहा था, बिखरने से बचा ले मुझको / 'ज़फ़र' इक़बाल
- खोलिए आँख तो मंज़र है नया और बहुत / 'ज़फ़र' इक़बाल