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* [[तुमने क्यों बाँध लिया है मुझे निगाहों में / वीरेंद्र मिश्र]]
 
* [[तुमने क्यों बाँध लिया है मुझे निगाहों में / वीरेंद्र मिश्र]]
 
* [[तुमने मुझे बुलाया साथी जब हो गए पराए हम / वीरेंद्र मिश्र]]
 
* [[तुमने मुझे बुलाया साथी जब हो गए पराए हम / वीरेंद्र मिश्र]]
* [[तू दुखि है, मैं दुखी हूँ, यह निकट परिचय हमारा / वीरेंद्र मिश्र]]
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* [[तू दुखी है, मैं दुखी हूँ, यह निकट परिचय हमारा / वीरेंद्र मिश्र]]
 
* [[तुमने मधुवन बसा लिया है, मेरे दृग के नदी किनारे / वीरेंद्र मिश्र]]
 
* [[तुमने मधुवन बसा लिया है, मेरे दृग के नदी किनारे / वीरेंद्र मिश्र]]
 
* [[फूल बनना चाहते हो, गन्ध भी बनना पड़ेगा / वीरेंद्र मिश्र]]
 
* [[फूल बनना चाहते हो, गन्ध भी बनना पड़ेगा / वीरेंद्र मिश्र]]

11:22, 28 सितम्बर 2015 का अवतरण


मुखरित सम्वेदन
Virendra Mishra (2).jpg
रचनाकार वीरेंद्र मिश्र
प्रकाशक पुस्तकायन, 2/ 4240 ए, अंसारी रोड, दरियागंज, नई दिल्ली -- 110002
वर्ष 1990
भाषा हिन्दी
विषय मुक्तक संग्रह
विधा
पृष्ठ 305
ISBN 978-93-80402-23-9
विविध
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