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|विविध=वीरसिंह देव पुरस्कार (1979-80), सृजनभारती सम्मान (1992), रघुवीर सहाय स्मृति पुरस्कार (1992), भवानीप्रसाद मिश्र पुरस्कार (1992), मध्यप्रदेश शिखर सम्मान (1995) और मैथिलीशरण गुप्त राष्ट्रीय सम्मान (1996) | |विविध=वीरसिंह देव पुरस्कार (1979-80), सृजनभारती सम्मान (1992), रघुवीर सहाय स्मृति पुरस्कार (1992), भवानीप्रसाद मिश्र पुरस्कार (1992), मध्यप्रदेश शिखर सम्मान (1995) और मैथिलीशरण गुप्त राष्ट्रीय सम्मान (1996) | ||
|अंग्रेज़ीनाम=Vinod Kumar Shukl, Vinod Kumar Shukla | |अंग्रेज़ीनाम=Vinod Kumar Shukl, Vinod Kumar Shukla |
01:51, 19 दिसम्बर 2008 का अवतरण
विनोद कुमार शुक्ल
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जन्म | 1 जनवरी 1937 |
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जन्म स्थान | राजनांदगाँव, मध्यप्रदेश |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
= लगभग जयहिंद (1971), वह आदमी चला गया नया गरम कोट पहन कर विचार की तरह (1981), सब कुछ होना बचा रहेगा (1992) | |
विविध | |
वीरसिंह देव पुरस्कार (1979-80), सृजनभारती सम्मान (1992), रघुवीर सहाय स्मृति पुरस्कार (1992), भवानीप्रसाद मिश्र पुरस्कार (1992), मध्यप्रदेश शिखर सम्मान (1995) और मैथिलीशरण गुप्त राष्ट्रीय सम्मान (1996) | |
जीवन परिचय | |
विनोद कुमार शुक्ल / परिचय |
- सब कुछ होना बचा रहेगा / विनोद कुमार शुक्ल (कविता-संग्रह)
- कोई अधूरा पूरा नहीं होता / विनोद कुमार शुक्ल
- जब बाढ़ आती है / विनोद कुमार शुक्ल
- उपन्यास में पहले एक कविता रहती थी / विनोद कुमार शुक्ल
- अपने अकेले होने को / विनोद कुमार शुक्ल
- यह दिन उम्र की रोज़ी है / विनोद कुमार शुक्ल
- राजिम का विष्णु-मंदिर / विनोद कुमार शुक्ल
- अब इस उम्र में हूँ / विनोद कुमार शुक्ल
- जगह-जगह रुक रही थी यह गाड़ी / विनोद कुमार शुक्ल
- चार पेड़ के / विनोद कुमार शुक्ल
- कहीं जाने का मन होता है / विनोद कुमार शुक्ल
- पहाड़ को बुलाने / विनोद कुमार शुक्ल
- घर-बार छोड़कर संन्यास नहीं लूंगा / विनोद कुमार शुक्ल
- कक्षा के काले तख़्ते पर सफ़ेद चाक से बना / विनोद कुमार शुक्ल
- तीनों, और चौथा केन्द्र में / विनोद कुमार शुक्ल
- अब कभी मिलना नहीं होगा ऎसा था / विनोद कुमार शुक्ल
- / विनोद कुमार शुक्ल
- / विनोद कुमार शुक्ल
- / विनोद कुमार शुक्ल
- / विनोद कुमार शुक्ल