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हरियाणवी लोकगीत
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- तेरा मारिया ऐसे रोऊँ / हरियाणवी
- जाट का मैं लाडला / हरियाणवी
- थोड़ा-सा नीर पिला दै / हरियाणवी
- रूप तेरा चन्दा-सा खिल रिया / हरियाणवी
- मैं बैठ्या खेत के डोले पै / हरियाणवी
- बहुत सताई ईखड़े रै तैने / हरियाणवी
- बाजरा कहे मैं बड़ा अलबेला / हरियाणवी
- कोई बरसन लागी काली बादली! / हरियाणवी
- सामण आयो रंगलो कोई / हरियाणवी
- कोई तौ दिन हाँड़ लै गलिएँ / हरियाणवी
- भरती हो लै रे थारे बाहर खड़े रंगरूट / हरियाणवी
- पिया, भरती मैं हो लै ने / हरियाणवी
- जरमन नैं गोला मारिया / हरियाणवी
- जरमन तेरा जाइयो राज / हरियाणवी
- मैं हूर परी बाँगर की / हरियाणवी
- मोरे क्यों गेरेस भूल / हरियाणवी
- अरे निऊँ रौवै बूढ़ बैल / हरियाणवी
- निऊँ कह रही धौली गाय / हरियाणवी
- मेरा कैहा मान पिया / हरियाणवी
- अरै मैं बुरी कंगाली धन बिन / हरियाणवी
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