भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
जलील आली
Kavita Kosh से
जलील आली
जन्म | 12 मई 1945 |
---|---|
जन्म स्थान | अमृतसर, पंजाब, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
जलील आली / परिचय |
ग़ज़लें
- आँख में परतव-ए-महताब सलामत रह जाए / जलील आली
- अपने होने की इहानत नहीं हम कर सकते / जलील आली
- अपने होने से इनकार किए जाते हैं / जलील आली
- बर्ग भर बार मोहब्बत का उठाया कब था / जलील आली
- दिल आबाद कहाँ रह पाए उस की याद भुला देने से / जलील आली
- ग़ुरूर-ए-कोह के होते नियाज़-ए-काह रखते हैं / जलील आली
- इक आवारा सा लम्हा क्या क़फ़स में आ गया है / जलील आली
- इक ऐसी अन-कही तहरीर करने जा रहा हूँ / जलील आली
- इक हमीं सिलसिला-ए-शौक़ सँभाले हुए हैं / जलील आली
- जब भी बादल बारिश लाए शौक़-जज़ीरों से / जलील आली
- जब भी मौसम-ए-हुनर हर्फ़ ओ बयाँ ले जाए / जलील आली
- कब कौन कहाँ किस लिए ज़ंजीर-ब-पा है / जलील आली
- क्या क्या दिलों का ख़ौफ़ छुपाना पड़ा हमें / जलील आली
- क्या रब्त एक दर्द से बनते चले गए / जलील आली
- लुटते हैं बहुत सहल के दिन ऐसे कड़े हैं / जलील आली
- मसाफ़तें कब गुमान में थी सफ़र से आगे / जलील आली
- फिर एक दाग़ चराग़-ए-सफ़र बनाते हुए / जलील आली
- रास्ता सोचते रहने से किधर बनता है / जलील आली
- रात तो मौज-ए-हवा ने गुल से दिल की बात कही / जलील आली
- सबील-ए-सज्दा-ए-ना-मुख़्ततम बनाते हुए / जलील आली
- शाख-ए-बे-नुमू पर भी अक्स-ए-गुल जवाँ रखना / जलील आली
- सुबूत-ए-इश्तियाक़-ए-हम-रही लाओ तो आओ / जलील आली
- तुम्हारा क्या तुम्हें आसाँ बहुत रस्ते बदलना है / जलील आली
- उसे दिल से भुला देना ज़रूरी हो गया है / जलील आली
- ये जो अल्फ़ाज़ को महकार बनाया हुआ है / जलील आली
- ये शब ओ रोज़ जो इक बे-कली रक्खी हुई है / जलील आली
- ज़रा सी बात पर सैद-ए-ग़ुबार-ए-यास होना / जलील आली