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मैं कहाँ चला गया / नासिर काज़मी
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मैं कहाँ चला गया
रचनाकार | नासिर काज़मी |
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पृष्ठ | 166 |
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विविध |
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- होती है तेरे नाम से वहशत कभी कभी / नासिर काज़मी
- इश्क़ में जीत हुई या मात / नासिर काज़मी
- जब से देखा है तिरे हाथ का चाँद / नासिर काज़मी
- कौन इस राह से गुज़रता है / नासिर काज़मी
- आँखों में हैं दुख भरे फ़साने / नासिर काज़मी
- पहुँचे गोर किनारे हम / नासिर काज़मी
- रंग बरसात ने भरे कुछ तो / नासिर काज़मी
- ख़त्म हुआ तारों का राग / नासिर काज़मी
- क़हर से देख न हर आन मुझे / नासिर काज़मी
- रौनकें थीं जहाँ में क्या-क्या कुछ / नासिर काज़मी