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* [[जो चल सको तो कोई ऐसी चाल चल जाना / फ़राज़]]
 
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* [[हम सुनायें तो कहानी और है / फ़राज़]]
 
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* [[संगदिल है वो तो क्यूं इसका गिला मैंने किया / फ़राज़]]
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* [[अब वो मंजर, ना वो चेहरे ही नजर आते हैं / फ़राज़]]
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* [[अव्वल अव्वल की दोस्ती है अभी / फ़राज़]]

17:14, 12 नवम्बर 2008 का अवतरण


खानाबदोश
Khanabhadosh.jpg
रचनाकार अहमद फ़राज़
प्रकाशक राजपाल एंड सन्ज
वर्ष
भाषा हिन्दी
विषय
विधा
पृष्ठ 335
ISBN
विविध
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