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देखें (पिछले 50 | अगले 50) (20 | 50 | 100 | 250 | 500)- हर एक बात पे कहते हो तुम कि तू क्या है / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- हुई ताख़ीर तो कुछ बाइस-ए-ताख़ीर भी था / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- हुस्न ग़म्ज़े की कशाकश से छुटा मेरे बाद / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- इब्ने-मरियम हुआ करे कोई / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- इश्क़ मुझ को नहीं वहशत ही सही / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- इश्क़ तासीर से नौमेद नहीं / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ज़ौर से बाज़ आये पर बाज़ आये क्या / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कभी नेकी भी उस के जी में गर आ जाये है मुझ से / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- हमारे शौक़ की ये इन्तहा थी / जावेद अख़्तर (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- रीछ का बच्चा / नज़ीर अकबराबादी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- बचपन / नज़ीर अकबराबादी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कब वो सुनता है कहानी मेरी / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- वो महकती पलकों की ओट / बशीर बद्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ताजमहल / साहिर लुधियानवी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कहते हो न देंगे हम दिल अगर पड़ा पाया / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- की वफ़ा हमसे तो ग़ैर उसे जफ़ा कहते हैं / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कोई दिन गर ज़िन्दगानी और है / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- लाज़िम था कि देखो मेरा रस्ता कोई दिन और / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- मैं उन्हें छेड़ूँ और वो / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- मज़े जहान के अपनी नज़र में ख़ाक नहीं / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- मेहरबाँ हो के बुला लो मुझे चाहो जिस वक़्त / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- मिलती है ख़ू-ए-यार से नार इल्तिहाब में / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- मुद्दत हुई है यार को मेहमाँ किये हुए / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- न होगा यक बयाबां मांदगी से ज़ौक़ कम मेरा / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- न हुई गर मेरे मरने से तसल्ली न सही / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- न था कुछ तो ख़ुदा था कुछ न होता तो ख़ुदा होता / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- नहीं कि मुझ को क़यामत का ऐतिक़ाद नहीं / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- नक़्श फ़रियादी है किसकी शोख़ी-ए-तहरीर का / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- नुक्ताचीं है ग़म-ए-दिल उस को सुनाये न बने / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- फिर इस अन्दाज़ से बहार आई / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- फिर मुझे दीदा-ए-तर याद आया / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- रोने से और इश्क़ में बेबाक हो गये / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- सब कहाँ कुछ लाला-ओ-गुल में नुमाया हो गईं / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- शौक़ हर रंग रक़ीबे-सरो-सामां निकला / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- शिकवे के नाम से बेमेहर ख़फ़ा होता है / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- सुरमा-ए-मुफ़्त-ए-नज़र हूँ मेरी क़ीमत ये है / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- तस्कीं को हम न रोयें जो ज़ौक़-ए-नज़र मिले / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- तू दोस्त किसी का भी सितमगर न हुआ था / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- उस बज़्म में मुझे नहीं बनती हया किये / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- वो आके ख़्वाब में तस्कीन-ए-इज़्तिराब तो दे / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- वो फ़िराक़ और वो विसाल कहाँ / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ज़िक्र उस परीवश का और फिर बयाँ अपना / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ज़ुल्मतकदे में मेरे शब-ए-ग़म का जोश है / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दर्द के फूल भी खिलते हैं / जावेद अख़्तर (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दिल में महक रहे हैं / जावेद अख़्तर (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- मैं और मिरी आवारगी / जावेद अख़्तर (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दुश्वारी / जावेद अख़्तर (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- मिसाल इसकी कहाँ है / जावेद अख़्तर (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- मुझको यक़ीं है सच कहती थीं / जावेद अख़्तर (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- यही हालात इब्तदा से रहे / जावेद अख़्तर (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)