भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
'मुमताज़' मीरज़ा
Kavita Kosh से
'मुमताज़' मीरज़ा
जन्म | 1928 |
---|---|
निधन | 1997 |
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
पाकिस्तान रेडियो में काम करती थीं। ज़्यादातर सियासी ग़ज़लें लिखा करती थीं। | |
जीवन परिचय | |
'मुमताज़' मीरज़ा / परिचय |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- बहुत दावे किए हैं आगही ने / 'मुमताज़' मीरज़ा
- बे-तरह आप की यादों ने सताया है मुझे / 'मुमताज़' मीरज़ा
- हमारा राज़-दाँ कोई नहीं है / 'मुमताज़' मीरज़ा
- लाई बहार शौक़ के सामाँ नए नए / 'मुमताज़' मीरज़ा
- मसलक-ए-इश्क़ बयाँ क्या कीजे / 'मुमताज़' मीरज़ा
- मेरे नालों में इतना तो असर है / 'मुमताज़' मीरज़ा
- पलों पे कुछ चराग़ फ़रोजाँ हुए तो हैं / 'मुमताज़' मीरज़ा
- पर्दा-ए-जे़हन से साया सा गुज़र जाता है / 'मुमताज़' मीरज़ा
- फूल जब कोई बिखरता है तो हँस देते हैं / 'मुमताज़' मीरज़ा
- रंग कुछ शोख़ से तस्वीर में भर कर देखो / 'मुमताज़' मीरज़ा
- तेरे क़रीब भी दिल कुछ बुझ सा रहता है / 'मुमताज़' मीरज़ा
- ये वफ़ा माँगे है तुम से न जफ़ा माँगे है / 'मुमताज़' मीरज़ा
- ज़माना गुज़रा है तूफ़ान-ए-ग़म उठाए हुए / 'मुमताज़' मीरज़ा
- तुम को हम दिल में बसा लेंगे, तुम आओ तो सही / 'मुमताज़' मीरज़ा
- कैसा चलन है गर्दिश-ए-लैल-ओ-नहार का / 'मुमताज़' मीरज़ा
- ख़ुशियाँ हमारी सर-ए-दार तक गईं / 'मुमताज़' मीरज़ा