मरीना स्विताएवा

| जन्म | 08 सितंबर 1892 |
|---|---|
| निधन | 1941 में आत्महत्या |
| जन्म स्थान | मास्को |
| कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
| साँझ का अल्बम (1912), जादुई मशाल (1913), फ़ासले (1920), ज़ार-कन्या(1921),वियोग, आत्मा, रूस के बाद (सभी कविता संग्रह) | |
| विविध | |
| हिन्दी में कवि वरयाम सिंह ने सीधे रूसी से इनकी कविताओं के ढेरों अनुवाद किए हैं, जो पाठकों के बीच बेहद लोकप्रिय हुए है। | |
| जीवन परिचय | |
| मरीना स्विताएवा / परिचय | |
वरयाम सिंह द्वारा अनूदित
- आएंगे दिन कविताओं के / मरीना स्विताएवा (कविता-संग्रह)
- न सोच कोई, न शिकायत / मरीना स्विताएवा
- झाड़ियाँ / मरीना स्विताएवा
- छिप जाना / मरीना स्विताएवा
- घर. / मरीना स्विताएवा
- आल्या के लिए / मरीना स्विताएवा
- कवि / मरीना स्विताएवा
- ब्लोक के लिए / मरीना स्विताएवा
- मेरे भीतर का राक्षस / मरीना स्विताएवा
- विदाई / मरीना स्विताएवा
- साइके / मरीना स्विताएवा
- कवि / मरीना स्विताएवा / वरयाम सिंह