भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"जैसा भी है / बिरजीस राशिद आरफ़ी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
पंक्ति 52: | पंक्ति 52: | ||
*[[वो अपनी मुफ़लिसी जब भी छुपाने लगता है / बिरजीस राशिद आरफ़ी]] | *[[वो अपनी मुफ़लिसी जब भी छुपाने लगता है / बिरजीस राशिद आरफ़ी]] | ||
*[[तेरे आने की जब ख़बर आई / बिरजीस राशिद आरफ़ी]] | *[[तेरे आने की जब ख़बर आई / बिरजीस राशिद आरफ़ी]] | ||
− | *[[आज मज़लूम से ज़ालिम भी हिमायत | + | *[[आज मज़लूम से ज़ालिम भी हिमायत माँगे / बिरजीस राशिद आरफ़ी]] |
*[[जो पा चुका है उससे भी बेहतर तलाश कर / बिरजीस राशिद आरफ़ी]] | *[[जो पा चुका है उससे भी बेहतर तलाश कर / बिरजीस राशिद आरफ़ी]] | ||
*[[/ बिरजीस राशिद आरफ़ी]] | *[[/ बिरजीस राशिद आरफ़ी]] |
07:13, 21 फ़रवरी 2011 के समय का अवतरण
जैसा भी है
रचनाकार | बिरजीस राशिद आरफ़ी |
---|---|
प्रकाशक | शायर स्वयं |
वर्ष | 2007 |
भाषा | हिन्दी / उर्दू |
विषय | शे'री मजमूआ / काव्य संग्रह |
विधा | |
पृष्ठ | 133 |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
नज़्में
- यह है मेरा वतन / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- तू गुनाहगार है / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- शहीद-ए-उत्तराखण्ड / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- तू भी समझे मैं भी समझूँ / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- आह! बाग़ी जी / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- नव वर्ष ! इधर मत आना/ बिरजीस राशिद आरफ़ी
- गीत-1 / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- गीत-2/ बिरजीस राशिद आरफ़ी
- रात मेरे शहर में / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- दोराहा / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- क़ताआत / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- दोहे / बिरजीस राशिद आरफ़ी
ग़ज़लें
- वो अपनी मुफ़लिसी जब भी छुपाने लगता है / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- तेरे आने की जब ख़बर आई / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- भुला के धर्म को मज़हब को आशना बन जाएँ / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- अहदे-जवानी की वो बातें,प्यार का क़िस्सा भूल गया / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- मेरी बात को मानो यारो, अक्सर लजलते देखे हैं / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- ग़म की रूदाद सुनाने नहीं देती दुनिया / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- मेरी हक़ीक़त ज़र्रा हूँ / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- तेल के कनस्तर से पानी डालने वाले / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- बहाव के मुख़ालिफ़ बह के देखो / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- आशिक़ाना मिज़ाज है मेरा / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- रात भर ढूँढता फिरा जुगनू / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- भूल पाए न थे ट्रेन का हादिसा / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- धूम ऐसी मचा गया कोहरा / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- इक ख़ुश्क समंदर है, मुझे ढूँढ रहा है / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- किसने कहा कि साक़ी मुझे बेहिसाब दे / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- उसने मेरी वफ़ाओं का अच्छा सिला दिया / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- हमने ने हर नए ग़म पर क़हक़हे लगाए हैं / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- तेरे वादों पे अब इस तरह गुज़र करना है / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- वो अपनी मुफ़लिसी जब भी छुपाने लगता है / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- तेरे आने की जब ख़बर आई / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- आज मज़लूम से ज़ालिम भी हिमायत माँगे / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- जो पा चुका है उससे भी बेहतर तलाश कर / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- / बिरजीस राशिद आरफ़ी
- / बिरजीस राशिद आरफ़ी