भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 13: | पंक्ति 13: | ||
|अंग्रेज़ी नाम=gaya prashad shukl sanehi | |अंग्रेज़ी नाम=gaya prashad shukl sanehi | ||
}} | }} | ||
− | |||
− | |||
<sort order="asc" class="ul"> | <sort order="asc" class="ul"> | ||
+ | * [[घूमें घनश्याम स्यामा-दामिनी लगाए अंक / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही']] | ||
+ | * [[नारी गही बैद सोऊ बेनि गो अनारी सखि / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही']] | ||
+ | * [[दर्पण में हिय के वह मूरति आय बसी / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही']] | ||
+ | * [[संकित हिये सों पिय अंकित सन्देशो बांच्यो / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही']] | ||
+ | * [[ग्रीष्म स्वर्णकार बना भट्टी-सा नगर बर / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही']] | ||
* [[कोयल / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही']] | * [[कोयल / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही']] | ||
* [[झन-झन झनक रही हैं कड़ियाँ / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही']] | * [[झन-झन झनक रही हैं कड़ियाँ / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही']] |
17:58, 23 सितम्बर 2012 का अवतरण
गयाप्रसाद शुक्ल
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
जन्म | 1883 |
---|---|
निधन | 1972 |
उपनाम | सनेही, त्रिशूल |
जन्म स्थान | हडहा, उन्नाव, उत्तरप्रदेश |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
प्रेम-पचीसी, त्रिशूल तरंग तथा कृषक-क्रंदन। | |
विविध | |
इन्हें हिंदी काव्य सम्मेलनों का प्रतिष्ठापक कहा जाता है। | |
जीवन परिचय | |
गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही' / परिचय |
<sort order="asc" class="ul">
- घूमें घनश्याम स्यामा-दामिनी लगाए अंक / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'
- नारी गही बैद सोऊ बेनि गो अनारी सखि / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'
- दर्पण में हिय के वह मूरति आय बसी / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'
- संकित हिये सों पिय अंकित सन्देशो बांच्यो / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'
- ग्रीष्म स्वर्णकार बना भट्टी-सा नगर बर / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'
- कोयल / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'
- झन-झन झनक रही हैं कड़ियाँ / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'
- तकली / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'
- आज़ाद हिन्द फ़ौज का कड़खा / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'
- स्वतंत्रता / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'
- आज़ादी आ रही है / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'
- सन् 1857 की जनक्रांति / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'
- असहयोग / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'
- स्वदेश / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'
- तलवार / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'
- स्वदेशी होली / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'
- परतंत्रता की गाँठ / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'
- पावन प्रतिज्ञा / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'
- असहयोग कर दो / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'
- वह हृदय नहीं है पत्थर है / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'
- भारत संतान / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'
- साम्यवाद / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'
- राष्ट्रीयता / गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'
</sort>