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+ | * [[एक मज्ज़ूब उदासी मेरे अंदर गुम है / रफ़ी रज़ा]] | ||
+ | * [[कभी जो ख़ाक की तक़रीब-ए-रू-नुमाई हुई / रफ़ी रज़ा]] | ||
+ | * [[ख़्वाब में या ख़याल में मुझे मिल / रफ़ी रज़ा]] | ||
+ | * [[मैं अपनी आँख को उस का जहान दे दूँ क्या / रफ़ी रज़ा]] | ||
+ | * [[पेड़ सूखा हर्फ़ का और फ़ाख़ताएँ मर गईं / रफ़ी रज़ा]] | ||
+ | * [[रात मैं शाना-ए-इदराक से लग कर सोया / रफ़ी रज़ा]] | ||
+ | * [[वहशत में निकल आया हूँ इदराक से आगे / रफ़ी रज़ा]] | ||
+ | * [[ज़मीं को बोझ और उस पर ये आसमान का बोझ / रफ़ी रज़ा]] |
15:27, 7 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण
रफ़ी रज़ा
जन्म | 1962 |
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जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
रफ़ी रज़ा / परिचय |
ग़ज़लें
- आँख सहमी हुई डरती हुई देखी गई है / रफ़ी रज़ा
- आना जाना है तो क़ामत से तुम आओ जाओ / रफ़ी रज़ा
- अगरचे वक़्त मुनाजात करने वाला था / रफ़ी रज़ा
- एक मज्ज़ूब उदासी मेरे अंदर गुम है / रफ़ी रज़ा
- कभी जो ख़ाक की तक़रीब-ए-रू-नुमाई हुई / रफ़ी रज़ा
- ख़्वाब में या ख़याल में मुझे मिल / रफ़ी रज़ा
- मैं अपनी आँख को उस का जहान दे दूँ क्या / रफ़ी रज़ा
- पेड़ सूखा हर्फ़ का और फ़ाख़ताएँ मर गईं / रफ़ी रज़ा
- रात मैं शाना-ए-इदराक से लग कर सोया / रफ़ी रज़ा
- वहशत में निकल आया हूँ इदराक से आगे / रफ़ी रज़ा
- ज़मीं को बोझ और उस पर ये आसमान का बोझ / रफ़ी रज़ा