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+ | * [[मुझे भला लगता है कि आप मेरे दीवाने नहीं हैं / मरीना स्विताएवा / अनिल जनविजय]] | ||
+ | * [[मैं सच्चाई जानती हूँ / मरीना स्विताएवा / अनिल जनविजय]] |
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मरीना स्विताएवा
जन्म | 08 सितंबर 1892 |
---|---|
निधन | 1941 में आत्महत्या |
जन्म स्थान | मास्को |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
साँझ का अल्बम (1912), जादुई मशाल (1913), फ़ासले (1920), ज़ार-कन्या(1921),वियोग, आत्मा, रूस के बाद (सभी कविता संग्रह) | |
विविध | |
हिन्दी में कवि वरयाम सिंह ने सीधे रूसी से इनकी कविताओं के ढेरों अनुवाद किए हैं, जो पाठकों के बीच बेहद लोकप्रिय हुए है। | |
जीवन परिचय | |
मरीना स्विताएवा / परिचय |
विषय सूची
वरयाम सिंह द्वारा अनूदित
- आएंगे दिन कविताओं के / मरीना स्विताएवा (कविता-संग्रह)
- न सोच कोई, न शिकायत / मरीना स्विताएवा
- झाड़ियाँ / मरीना स्विताएवा
- छिप जाना / मरीना स्विताएवा
- घर. / मरीना स्विताएवा
- आल्या के लिए / मरीना स्विताएवा
- कवि / मरीना स्विताएवा
- ब्लोक के लिए / मरीना स्विताएवा
- मेरे भीतर का राक्षस / मरीना स्विताएवा
- विदाई / मरीना स्विताएवा
- साइके / मरीना स्विताएवा
- कवि / मरीना स्विताएवा / वरयाम सिंह
रमेश कौशिक द्वारा अनूदित
मनोज पटेल द्वारा अनूदित
विनोद दास द्वारा अनूदित
- अमीरों की तारीफ़ में / मरीना स्विताएवा / विनोद दास
- अन्त की कविता सीरीज की पाँचवीं कविता / मरीना स्विताएवा / विनोद दास