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|कृतियाँ= डांखळा, ग-गीत, चित मारो दुख नै, सौ सॉनेट, चिड़ी री बोली लिखो, वनदेवी अमृता | |कृतियाँ= डांखळा, ग-गीत, चित मारो दुख नै, सौ सॉनेट, चिड़ी री बोली लिखो, वनदेवी अमृता |
19:22, 29 अगस्त 2011 का अवतरण
मोहन आलोक
जन्म | 03 जुलाई 1942 |
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उपनाम | आलोक |
जन्म स्थान | किशनपुरो (चूरू) |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
डांखळा, ग-गीत, चित मारो दुख नै, सौ सॉनेट, चिड़ी री बोली लिखो, वनदेवी अमृता | |
विविध | |
"ग-गीत" के लिए साहित्य अकादेमी पुरस्कार तथा "ग-गीत" नाम से हिंदी में कृति साहित्य अकादेमी द्वारा प्रकाशित। | |
जीवन परिचय | |
मोहन आलोक / परिचय |
मूल राजस्थानी कविता-संग्रह
- डांखळा / मोहन आलोक
- ग-गीत / मोहन आलोक
- चित मारो दुख नै / मोहन आलोक
- सौ सॉनेट / मोहन आलोक
- चिड़ी री बोली लिखो / मोहन आलोक
- वनदेवी : अमृता / मोहन आलोक
राजस्थानी से हिंदी में अनूदित कविता संग्रह
मूल राजस्थानी कविताएँ
राजस्थानी से अनूदित
- शब्द होती है कविता / मोहन आलोक
- कविता में / मोहन आलोक
- शांति गीत / मोहन आलोक
- रचना / मोहन आलोक
- चिड़या की बोली लिखो / मोहन आलोक
- फूल के करीब जाइए / मोहन आलोक
- कविता / मोहन आलोक
- हम कला के पारखी / मोहन आलोक
- ख्याल / मोहन आलोक
- मैं हूं जब तक / मोहन आलोक
- रो कवि, रो ! / मोहन आलोक
- आप / मोहन आलोक
- मां-एक / मोहन आलोक
- मां-दो / मोहन आलोक
- आग / मोहन आलोक
- / मोहन आलोक
हिन्दी में लिखी कविताएँ