भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"संजीव बख़्शी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 24: | पंक्ति 24: | ||
* [[यह देखिए, यह देखिए / संजीव बख़्शी]] | * [[यह देखिए, यह देखिए / संजीव बख़्शी]] | ||
* [[लक्खा-लक्खा / संजीव बख़्शी]] | * [[लक्खा-लक्खा / संजीव बख़्शी]] | ||
+ | * [[नए जूते की महक और मेरा क़द / संजीव बख़्शी]] | ||
+ | * [[कहेंगे धन्यवाद / संजीव बख़्शी]] | ||
* [[जंगल का सागौन / संजीव बख़्शी]] | * [[जंगल का सागौन / संजीव बख़्शी]] | ||
</sort> | </sort> |
11:49, 21 मई 2012 का अवतरण
संजीव बख़्शी
जन्म | 25 दिसंबर 1952 |
---|---|
उपनाम | |
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
तार को आ गयी हल्की-सी हँसी (1994), भित्ती पर बैठे लोग, सफ़ेद से कुछ ही दूरी पर पीला रहता है, जो तितलियों के पास है (सभी कविता-संग्रह) | |
विविध | |
ठाकुर पूरन सिंह स्मृति सूत्र सम्मान (2002) | |
जीवन परिचय | |
संजीव बख़्शी / परिचय |
<sort order="asc" class="ul">
- तिनका / संजीव बख़्शी
- ताकता है पहाड़ / संजीव बख़्शी
- मेरे ड्राइंग रूम में / संजीव बख़्शी
- एक चाहत आसमान भर / संजीव बख़्शी
- सूरज की भाषा धूप / संजीव बख़्शी
- कौन बनाता है ? / संजीव बख़्शी
- पाँच सितारा अस्पताल / संजीव बख़्शी
- भैया बाल.... / संजीव बख़्शी
- चमकीली आँखों वाली मछली / संजीव बख़्शी
- यह देखिए, यह देखिए / संजीव बख़्शी
- लक्खा-लक्खा / संजीव बख़्शी
- नए जूते की महक और मेरा क़द / संजीव बख़्शी
- कहेंगे धन्यवाद / संजीव बख़्शी
- जंगल का सागौन / संजीव बख़्शी
</sort>