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- 19:23, 6 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+122) . . 'अना' क़ासमी
- 19:20, 6 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,660) . . न आप इस छोटे से फ़ितने को जवां होने तो दो / 'अना' क़ासमी (नया पृष्ठ: आप इस छोटे से फ़ितने को जवां होने तो दो वो भवें चढ़ने तो दो तीरो-कम…)
- 19:19, 6 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+140) . . 'अना' क़ासमी
- 19:16, 6 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,243) . . न मेरा खूने-जिगर होने को है फिर / 'अना' क़ासमी (नया पृष्ठ: मेरा खूने-जिगर होने को है फिर कोई तिरछी नज़र होने को है फिर तिरी ख…)
- 19:14, 6 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+116) . . 'अना' क़ासमी
- 19:10, 6 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+824) . . न उल्फ़त का फिर मन है बाबा / 'अना' क़ासमी (नया पृष्ठ: उल्फ़त का फिर मन है बाबा फिर से पागलपन है बाबा सब के बस की बात नही…)
- 19:09, 6 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+103) . . 'अना' क़ासमी
- 19:05, 6 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+137) . . 'अना' क़ासमी
- 17:54, 6 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,222) . . न इक ख़्वाब ले रहा है ऊँची उड़ान फिर/वीरेन्द्र खरे अकेला (नया पृष्ठ: इक ख़्वाब ले रहा है ऊँची उड़ान फिर थामे समय खड़ा है तीरो-कमान फिर …)
- 17:48, 6 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,157) . . न फिर पुरानी राह पर आना पड़ेगा /वीरेन्द्र खरे अकेला (नया पृष्ठ: फिर पुरानी राह पर आना पड़ेगा उसको हिन्दी में ही समझाना पड़ेगा गर…) (मौजूदा)
- 17:46, 6 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,113) . . न जीतने की अगरचे आस नहीं /वीरेन्द्र खरे अकेला (नया पृष्ठ: जीतने की अगरचे आस नहीं मैंने छोड़ा मगर प्रयास नहीं तू भी पारो कहा…)
- 17:33, 6 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,384) . . न आजकल तो रास्ता अंधे भी दिखलाने लगे /वीरेन्द्र खरे अकेला (नया पृष्ठ: आज कल तो रास्ता अँधे भी दिखलाने लगे लो अँधेरे रौशनी का मर्म समझान…)
- 20:48, 5 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+9,466) . . शेष बची चौथाई रात / वीरेन्द्र खरे 'अकेला'
- 20:39, 5 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+11,258) . . सुबह की दस्तक / वीरेन्द्र खरे 'अकेला'
- 17:57, 5 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+841) . . न अक्सर मिलना ऐसा हुआ बस / 'अना' क़ासमी (नया पृष्ठ: अक्सर मिलना ऐसा हुआ बस लब खोले और उसने कहा बस तब से हालत ठीक नहीं …)
- 17:55, 5 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+98) . . 'अना' क़ासमी
- 17:43, 5 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (-16) . . खा जाएगा गच्चा प्यारे ख़ुद को ज़रा सम्हाल / वीरेन्द्र खरे 'अकेला'
- 17:42, 5 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (-75) . . खा जाएगा गच्चा प्यारे ख़ुद को ज़रा सम्हाल / वीरेन्द्र खरे 'अकेला'
- 17:35, 5 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (0) . . अब हलो हाय में ही बात हुआ करती है / 'अना' क़ासमी
- 17:34, 5 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (0) . . अब हलो हाय में ही बात हुआ करती है / 'अना' क़ासमी
- 17:33, 5 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,161) . . न अब हलो हाय में ही बात हुआ करती है / 'अना' क़ासमी (नया पृष्ठ: अब हलो हाय में ही बात हुआ करती है रास्ता चलते मुलाक़ात हुआ करती …)
- 17:27, 5 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+123) . . 'अना' क़ासमी
- 17:22, 5 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+879) . . न तेरी इन आंखों के इशारे पागल हैं / 'अना' क़ासमी (नया पृष्ठ: तेरी इन आंखों के इशारे पागल हैं इन झीलों की मौजें,धारे पागल है चा…)
- 17:20, 5 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+121) . . 'अना' क़ासमी
- 17:13, 5 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (-13) . . चलो जाओ ,हटो कर लो तुम्हें जो वार करना है / 'अना' क़ासमी
- 17:12, 5 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,674) . . न चलो जाओ ,हटो कर लो तुम्हें जो वार करना है / 'अना' क़ासमी (नया पृष्ठ: चलो जाओ ,हटो कर लो तुम्हें जो वार करना है हमें लड़ना नहीं है बस हमे…)
- 17:10, 5 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+143) . . 'अना' क़ासमी
- 19:22, 4 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,236) . . न बर्थ पर लेट के हम सो गये आसानी से / 'अना' क़ासमी (नया पृष्ठ: बर्थ पर लेट के हम सो गये आसानी से फ़ायदा कुछ तो हुआ बे सरो सामानी स…)
- 19:17, 4 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+124) . . 'अना' क़ासमी
- 19:08, 4 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,293) . . न हमारे बस का नहीं है मौला ये रोज़े-महशर हिसाब देना / 'अना' क़ासमी (नया पृष्ठ: हमारे बस का नहीं है मौला ये रोज़े महशर हिसाब देना तिरा मुसलसल सवा…)
- 19:03, 4 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,556) . . न वो अभी पूरा नहीं था हाँ मगर अच्छा लगा / 'अना' क़ासमी (नया पृष्ठ: वो अभी पूरा नहीं था हां मगर अच्छा लगा जंगले से झांकता आधा क़मर अच्…)
- 19:00, 4 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+2,164) . . न बचा ही क्या है हयात में अब सुनहरे दिन तो निपट गये हैं / 'अना' क़ासमी (नया पृष्ठ: बचा ही क्या है हयात में अब सुनहरे दिन तो निपट गये हैं यही ठिकाने के…)
- 18:45, 4 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+171) . . 'अना' क़ासमी
- 16:57, 4 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,811) . . न ऐसी करतूतों पर मेरी इस जिह्वा से गाली ही छूट गई / वीरेन्द्र खरे 'अकेला' (नया पृष्ठ: ऐसी करतूतों पर मेरी इस जिह्वा से गाली ही छूट गई देखो तो मरियल सा सा…)
- 16:46, 4 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+2,176) . . न बचा ही क्या है हयात में अब सुनहरे दिन तो निपट गये हैं/'अना' क़ासमी (नया पृष्ठ: बचा ही क्या है हयात में अब सुनहरे दिन तो निपट गये हैं: यही ठिकाने क…) (मौजूदा)
- 16:41, 4 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+173) . . 'अना' क़ासमी
- 16:28, 4 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+11) . . आँखों से दूर, सुबह के तारे चले गए / शकील बदायूँनी (मौजूदा)
- 16:24, 4 सितम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,084) . . न आँखों से दूर, सुबह के तारे चले गए / शकील बदायूँनी (नया पृष्ठ: आंखों से दूर सुब्ह के तारे चले गए नींद आ गई तो ग़म के नज़ारे चले गए …)
- 19:12, 31 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+2,204) . . न कर्तव्यों की नौका बातों से खेता है / वीरेन्द्र खरे 'अकेला' (नया पृष्ठ: कर्तव्यों की नौका बातों से खेता है मामा के आगे ममियारे की देता है …)
- 19:09, 31 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+2,314) . . न खा जाएगा गच्चा प्यारे ख़ुद को ज़रा सम्हाल / वीरेन्द्र खरे 'अकेला' (नया पृष्ठ: खा जाएगा गच्चा प्यारे ख़ुद को ज़रा सम्हाल काला नहीं दाल में भाई क…)
- 20:50, 30 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,457) . . न वो अभी पूरा नहीं था हाँ मगर अच्छा लगा /'अना' क़ासमी (नया पृष्ठ: <poem>रचना यहाँ टाइप करें</poem> वो अभी पूरा नहीं था हाँ मगर अच्छा लगा जंग…)
- 20:30, 30 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+134) . . 'अना' क़ासमी
- 20:08, 29 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,568) . . न तुमने ठीक मिटाया मुझको / वीरेन्द्र खरे 'अकेला' (नया पृष्ठ: तुमने ठीक मिटाया मुझको मेरा नव-निर्माण हो गया एक संकुचित पुस्तक …)
- 20:04, 29 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (-3) . . सिकुड़नें मुख मंडलों पर शत्रुभय की / वीरेन्द्र खरे 'अकेला'
- 20:01, 29 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+2,494) . . न सिकुड़नें मुख मंडलों पर शत्रुभय की / वीरेन्द्र खरे 'अकेला' (नया पृष्ठ: सिकुड़ने मुख मंडलों पर शत्रुभय की है असंगत घोषणा अपनी विजय की श्…)
- 19:53, 29 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+2,097) . . नछो कब चलता है काम समय से कट के / वीरेन्द्र खरे 'अकेला' (नया पृष्ठ: कब चलता है काम समय से कट के सीखो नई सदी के लटके-झटके पोथन्नों पर पो…)
- 19:49, 29 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,679) . . न हर तरफ़ तक़रार ही तक़रार / वीरेन्द्र खरे 'अकेला' (नया पृष्ठ: हर तरफ़ तक़रार ही तक़रार ढूंढ़ कर लाओ ज़रा सा प्यार सब्र की सीमा न…)
- 19:47, 29 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+3,625) . . न पटरी से उतरी है जीवन की रेल / वीरेन्द्र खरे 'अकेला' (नया पृष्ठ: पटरी से उतरी है जीवन की रेल ख़त्म हुआ खेल, समझ ख़त्म हुआ खेल हुए हम …)
- 19:45, 29 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+3,229) . . न वन जाने को राम नहीं तैयार, पढ़ा अख़बार ! / वीरेन्द्र खरे 'अकेला' (नया पृष्ठ: वन जाने को राम नहीं तैयार, पढ़ा अख़बार ! दशरथ जी को दे दी है फटकार, प…)
- 19:42, 29 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (-1) . . दृढ़ रख संकल्पों को अपने / वीरेन्द्र खरे 'अकेला'
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