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सवाल अब भी मौजूद है / प्रताप सहगल
Kavita Kosh से
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सवाल अब भी मौजूद है
रचनाकार | प्रताप सहगल |
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प्रकाशक | देवदार प्रकाशन, 59, सुभाष पार्क एक्सटेंशन , दिल्ली-110032 |
वर्ष | 1983 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | |
विधा | कविता |
पृष्ठ | 80 |
ISBN | |
विविध | कवि का पहला कविता संग्रह |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
आकाश में सुरंग
- कविता के जरिए / प्रताप सहगल
- निषेध / प्रताप सहगल
- एक और विकल्प / प्रताप सहगल
- ठहराव तोड़ने की कोशिश में / प्रताप सहगल
- विवश आदमी का बयान / प्रताप सहगल
- परिवेश आदमी का बयान / प्रताप सहगल
- परिवेश से पैदा सलाह / प्रताप सहगल
- परम्परा के खिलाफ / प्रताप सहगल
- मुट्ठी भर बर्फ / प्रताप सहगल
- उपलब्धि / प्रताप सहगल
- चौराहे आदमी और बत्तियां / प्रताप सहगल
- आज के सन्दर्भ में कल / प्रताप सहगल
- समुद्र तट पर / प्रताप सहगल
व्यक्तिगत
- उस रोज / प्रताप सहगल
- तुम्हीं बताओ / प्रताप सहगल
- एक पुरानी याद से गुजरते हुए / प्रताप सहगल
- सूत्र / प्रताप सहगल
- इन्तजार और अभी / प्रताप सहगल
- सच यही है / प्रताप सहगल
- स्नेह, सृजन और / प्रताप सहगल
- कठिनाई / प्रताप सहगल
- जवाबदेही / प्रताप सहगल