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प्रलय में लय जितना / अशोक कुमार पाण्डेय
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प्रलय में लय जितना
रचनाकार | अशोक कुमार पाण्डेय |
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प्रकाशक | दखल प्रकाशन, पटपडगंज, दिल्ली |
वर्ष | 2014 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | |
विधा | कविता |
पृष्ठ | |
ISBN | |
विविध |
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- मैं हर जगह था वैसा ही / अशोक कुमार पाण्डेय
- हारने के बाद पता चला मैं रेस में था / अशोक कुमार पाण्डेय
- तुम्हारी सावधानियाँ मेरी शर्म का बायस हैं / अशोक कुमार पाण्डेय
- करुणा / अशोक कुमार पाण्डेय
- इतनी सी रौशनी / अशोक कुमार पाण्डेय
- आश्वस्ति / अशोक कुमार पाण्डेय
- अजनबी / अशोक कुमार पाण्डेय
- माफ़ीनामा/ अशोक कुमार पाण्डेय
- इस बस्ती का नाम मुआनजोदड़ो नहीं था / अशोक कुमार पाण्डेय
- मैं फ़िलवक्त बेचेहरा आवाज़ों के साथ भटक रहा हूँ / अशोक कुमार पाण्डेय
- उनकी भाषा का अनिवार्य शब्द / अशोक कुमार पाण्डेय
- तुम्हारे होने से कितनी आश्वस्ति थी बुद्ध / अशोक कुमार पाण्डेय
- रोने की जगह मुस्कुरा रही थी वह लड़की / अशोक कुमार पाण्डेय
- निष्पक्ष होना निर्जीव होना है / अशोक कुमार पाण्डेय
- दर्ज़ करो कि तुमको क़ातिल कहने वाले ज़िंदा हैं / अशोक कुमार पाण्डेय
- एक दिन मिलूँगा ईश्वर से भी / अशोक कुमार पाण्डेय
- एक राष्ट्रभक्त का बयान / अशोक कुमार पाण्डेय
- मैं एक सपना देखता हूँ / अशोक कुमार पाण्डेय
- सपने में / अशोक कुमार पाण्डेय
- यह हमारा प्रेम है / अशोक कुमार पाण्डेय
- सब वैसा ही कैसे होगा / अशोक कुमार पाण्डेय
- तुम साथ हो तो ज़िंदा हैं ख़्वाहिशें सफ़र की / अशोक कुमार पाण्डेय
- सपने में होना भी होना है होने जैसा / अशोक कुमार पाण्डेय
- मृत्युबोध / अशोक कुमार पाण्डेय
- तुम भी कब तक खैर मनाते फैज़ाबाद/ अशोक कुमार पाण्डेय
- इस महादेश के अनिवासी का बयान / अशोक कुमार पाण्डेय
- न्याय/ अशोक कुमार पाण्डेय
- हलफ़नामा/ अशोक कुमार पाण्डेय
- कश्मीर– जुलाई के कुछ दृश्य / अशोक कुमार पाण्डेय
- होना न होने की तरह / अशोक कुमार पाण्डेय
- एक दिन आवाजों पर इतने बादल छा जायेंगे कि वे बस सुनाई देंगी! / अशोक कुमार पाण्डेय